भारत में गुरुवार सुबह जारी कोरोना वायरस के आंकड़ों ने अभी तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के रिकॉर्ड 83,883 नए मामले दर्ज किए गए हैं. यह एक दिन के लिहास से अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इसी के साथ कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 38,53,407 हो गई है. जिसमें से करीब 8.15 लाख केस अब भी एक्टिव हैं.
महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या 8.8 लाख के पार जा चुकी है. वहीं आंध्र प्रदेश में मरीजों की संख्या 4.45 लाख के करीब है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 11,70,000 से ज्यादा टेस्ट किए गए हैं.
दुनिया भर के देशों के आंकड़े को देखें तो संक्रमितों की तादाद 2.59 करोड़ के पार पहुंच गई है. वहीं इस बीमारी ने 8.61 लाख से ज्यादा की जिंदगी छीन ली है. अमेरिका में कोरोना से बीमार मरीजों की संख्या 62.57 लाख के पार पहुंच गई है. वहीं, ब्रीजल में कोरोना मरीजों की संख्या 39.52 लाख से ज्यादा है.
कोरोना वायरस संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच राजस्थान सरकार ने गांवों तथा कस्बों में भी संक्रमण रोकने पर जोर दिया है. इसके तहत अधिकारियों से कहा गया है कि वे प्रभावी रणनीति बनाकर कार्रवाई करें.
सरकार ने एक परिपत्र जारी कर राज्य के गांवों तथा कस्बों में भी कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी रणनीति बनाकर कार्रवाई करने के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
इन दिशा निर्देशों के अनुसार राज्य के सभी ब्लॉक स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना वायरस संक्रमण के संभावित मरीजों के लिए अलग से ओपीडी की व्यवस्था करने के साथ ही जांच की सुविधा, गंभीर मरीजों के लिए रेफरल ट्रांसपोर्ट तथा ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए गए हैं.
कोरोना वायरस की वजह से लगे प्रतिबंध के करीब 6 महीने बाद ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने वेटिकन सिटी में आम दर्शकों से मुलाकात की. कार्यक्रम में 500 से ज्यादा लोग मौजूद थे. सभी ने मास्क भी पहन रखे थे.
चीन के वुहान में बच्चों के स्कूल और किंडरगार्डन खोल दिए गए. पहले दिन स्कूल पहुंचे बच्चों का शानदार स्वागत किया गया. इस दौरान छात्र सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नजर आए तो स्कूल प्रशासन की ओर से छात्रों को कोरोना से बचने को लेकर जानकारियां दी गईं.
हांगकांग में बड़े पैमाने पर हो रही नागरिकों की मुफ्त कोरोना टेस्टिंग को लेकर अब चीनी सरकार की नीयत पर सवाल उठने लगे हैं. दरअसल चीन हांगकांग में बड़े पैमाने पर कोरोना की टेस्टिंग कराना चाहता है लेकिन हांगकांग के कई लोकतंत्र समर्थक नेताओं का कहना है इसके जरिए चीन हांगकांग के लोगों के डीएनए का रिकॉर्ड अपने पास जमा करना चाहता है.