संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी ‘देवदास’ आज भी भारतीय सिनेमा की सबसे आइकॉनिक फिल्मों में गिनी जाती है। फिल्म में शाह रुख खान ने देवदास, ऐश्वर्या राय ने पारो और माधुरी दीक्षित ने चंद्रमुखी का यादगार किरदार निभाया था। अक्सर कमर्शियल फिल्मों के एक्टर्स को एक दायरे में बांध दिया जाता है, लेकिन ‘देवदास’ ने इस सोच को तोड़ते हुए इन कलाकारों के अभिनय का नया आयाम दिखाया।
फिल्म को यादगार बनाने वाला एक खास सीन
हाल ही में डायरेक्टर विक्रमादित्य मोटवानी ने ‘देवदास’ के सेट से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा शेयर किया। विक्रमादित्य उस समय संजय लीला भंसाली के साथ इस फिल्म में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे थे। इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने फिल्म के क्लाइमैक्स सीन की शूटिंग का एक अनसुना किस्सा बताया।
उन्होंने कहा कि फिल्म के अंत में देवदास (शाह रुख) एक पेड़ के नीचे दम तोड़ देता है और पारो (ऐश्वर्या) भागती हुई उसके पास आती है। इस सीन से पहले शाह रुख ने एक असिस्टेंट से शहद लाने के लिए कहा। पहले किसी को समझ नहीं आया कि शहद का क्या करना है, लेकिन फिर शाह रुख ने उसे अपने चेहरे पर लगा लिया। उनका मकसद था कि शहद के कारण मक्खियां उनके चेहरे पर बैठें, जिससे मृत्यु का दृश्य और भी ज्यादा रियल लगे, जैसे असली लाशों के आसपास होता है। यह पूरी तरह शाह रुख का अपना आइडिया था, जिसने उस सीन को बेहद प्रभावी बना दिया।
शाह रुख खान का परफेक्शन के प्रति जुनून
विक्रमादित्य मोटवानी ने शाह रुख खान की तारीफ करते हुए कहा कि वह हमेशा हर सीन को बेहतर बनाने की सोचते रहते हैं। न केवल अपनी एक्टिंग में गहराई लाते हैं, बल्कि सेट पर मौजूद हर व्यक्ति को भी खास महसूस कराते हैं। उनका यह जुनून ही उन्हें दूसरों से अलग बनाता है।
‘देवदास’ ने बॉक्स ऑफिस पर मचाई थी धूम
‘देवदास’ 2002 में रिलीज हुई थी और इसमें शाह रुख, ऐश्वर्या और माधुरी जैसे सुपरस्टार्स ने शानदार परफॉर्मेंस दी थी। 44 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड करीब 100 करोड़ रुपये की कमाई कर एक मेमोरबल हिट का दर्जा हासिल किया था।