बॉलीवुड के बहुत ही खूंखार विलेन कहे जाने वाले दिग्गज कलाकार अमरीश पुरी का जन्म 22 जून साल 1932 में पाकिस्तान के लाहौर में हुआ था और आज भी लोग उन्हें खूब याद करते हैं. वह अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन उन्हें लोग खूब याद करते हैं. ऐसे में फिल्मों में अमरीश पुरी का विलेन किरदार कई हीरों पर भारी पड़ता दिखा, लेकिन 12 जनवरी 2005 को 72 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. फिल्मों में अमरीश पूरी के किरदार से कहीं ज्यादा उनके डायलॉग को लोग पसंद करते हैं. तो आइए जानते हैं उनके बेहतरीन डायलॉग.

1. टिप बाद में देना तो एक रिवाज है, पहले देना अच्छी सर्विस की गारंटी होती है. – आपको बता दें कि अमरीश पुरी का यह डायलॉग अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘शहंशाह’ का है.
2. मैं तो समझता था कि दुनिया में मुझसे बड़ा कमीना और कोई नहीं है, लेकिन तुमने ऐन मौके पर ऐसा कमीनापन दिखाया कि हम तुम्हारे कमीनेपन के गुलाम हो गए हैं. – जी दरअसल यह डायलॉग सलमान खान और शाहरुख खान की फिल्म ‘करण-अर्जुन’ का है.
3. आदमी के पास दिमाग हो तो अपना दर्द भी बेच सकता है. – अमरीश पुरी का यह डायलॉग अक्षय कुमार, प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर स्टारर फिल्म ‘एतराज’ का है जो आपने देखी होगी.
4. मोगैंबो खुश हुआ – यह डायलॉग अनिल कपूर की सुपरहिट फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ का है.
5. ये अदालत है, कोई मंदिर या दरगाह नहीं जहां मन्नतें और मुरादें पूरी होती हैं. यहां धूप बत्ती और नारियल नहीं,बल्कि ठोस सबूत और गवाह पेश किए जाते हैं. – यह डायलॉग सन्नी देओल की सुपरहिट फिल्म ‘दामिनी’ का है.
6. गलती एक बार होती है, दो बार होती है, तीसरी बार इरादा होता है.- यह डायलॉग फिल्म ‘इरादा’ का है.
7. अपनी किसी प्यारी चीज पर, जब चोट का एहसास लगता है तो दिल में दर्द जाग उठता है.- यह डायलॉग अजय देवगन की फिल्म ‘फूल और कांटे’ का है.
8. जा सिमरन जा, जी ले अपनी जिंदगी.- आपको याद हो यह डायलॉग फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ का है.
9. आओ कभी हवेली पर – यह डायलॉग ‘नगीना’ फिल्म का है.
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