हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की दिल्ली में सक्रियता से हरियाणा भाजपा नेताओं में हलचल है। वे इससे सतर्क होने के साथ ही दुष्यंत की सक्रियता पर पैनी नजर रख रहे हैं। दुष्यंत बुधवार को दिल्ली में काफी सक्रिय रहे। उन्होेंंने यहां कई नेताओं से मुलाकात की, लेकिन भाजपा अध्यच व केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से उनकी भेंट सबसे खास मानी जा रहा है। बताया जाता है कि अमित शाह से बातचीत से दुष्यंत खासे उत्साहित हैं।
दुष्यंत चौटाला ने सबसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से शिष्टाचार मुलकात की और इसके बाद वह उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मिले। इसके बाद दुष्यंत राजनीतिक मिशन पर निकल पड़े। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं से मुलाकता की। शाम को केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से उनकी बेहद खास मुलाकात हुई।
उप मुख्यमंत्री ने दिल्ली में राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति सहित गृहमंत्री और रक्षा मंत्री से मुलाकात की
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बाद दुष्यंत की अमित शाह से मुलाकात के दौरान अब मंत्रिपरिषद के गठन से लेकर गठबंधन की मजबूती का खाका भी तैयार हो गया है। दुष्यंत ने अमित शाह से मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया। दूसरी ओर, बताया जाता है कि उन्होंने अपने नजदीकी मित्रों को कहा कि अमित शाह से मुलाकात उत्साहवर्द्धक रही। अमित शाह उनसे मिलकर बहुत खुश हुए। दुष्यंत के नजदीकी नेताओं का कहना है कि आने वाले दिनों में जजपा को कई खुशखबरी मिलेंगी।
.jpg)
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के दौरान हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला।
बता दें कि इससे पहले दोपहर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी अमित शाह से मुलाकात कर राज्य के ताजा राजनीतिक घटनाक्रमों की जानकारी दी थी। दुष्यंत द्वारा मुख्यमंत्री के बाद शाह दरबार में पहुंचने से भाजपा के रणनीतिकारों में खलबली रही। भाजपा के नेताओं की दुष्यंत की सक्रियता पर अब पैनी नजर रहेगी।
तो राष्ट्रीय राजधानी में रहेंगे हरियाणा के दो पॉवर सेंटर
राष्ट्रीय राजधानी में अब हरियाणा सरकार के दो पॉवर सेंटर बन गए लगते हैं। एक पॉवर सेंटर हरियाणा भवन में खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल का है तो दूसरा जनपथ पर स्थित 18 नंबर कोठी है जो उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का निवास नजर आ रहा है। राज्य में नई सरकार गठित होने के बाद बेशक अभी तक सरकार के आलाधिकारी दुष्यंत चौटाला से मिलने उनके निवास पर नहीं पहुंचे हैं, मगर हरियाणा भवन में पिछले दो दिन मुख्यमंत्री को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा, इनमें सूबे के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।
दुष्यंत विवार को चंडीगढ़ में शपथ लेने के बाद सोमवार को अपने गृह जिला सिरसा में रहे और मंगलवार सुबह नई दिल्ली पहुंचे। यहां मंगलवार और बुधवार उनकी राजनीतिक सक्रियता काफी तेज रही। पहले वे प्रदेशभर से आए कार्यकर्ताओं से मिले तो बुधवार को उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से दुष्यंत की मुलाकात हरियाणा की राजनीति में काफी अहम है।
वेंकैया नायडू से हैं चौटाला परिवार के पुराने संबंध
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से पूर्व सीएम व दुष्यंत के दादा ओमप्रकाश चौटाला के पुराने संबंध हैं। वर्ष 2000 में भाजपा व इनेलो के साथ हुए समझौते की पटकथा भी नायडू ने ही लिखी थी। इसके बाद भी नायडू और चौटाला परिवार के बीच काफी मधुर संबंध रहे। चौटाला ने जब सीएम पद की शपथ ली थी तो तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नायडू को ही भाजपा की तरफ से चंडीगढ़ भेजा था।
हरियाणा में भाजपा के साथ सरकार में साझेदार होने के बाद दुष्यंत चौटाला अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी करिश्मा दिखाने को तैयार हैं। सूत्रों के अनुसार दुष्यंत चौटाला सोनीपत, बहादुरगढ़, गुरुग्राम, फरीदाबाद से लगते दिल्ली के विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतार सकते हैं। हालांकि वे इस बाबत अंतिम फैसला हरियाणा में भाजपा के साथ तैयार होने वाले सरकार चलाने के न्यूनतम साझा कार्यक्रम के बाद ही लेंगे।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal