दिल्ली के चांदनी चौक में आज सुबह करीब 4:00 बजे हनुमान जी का मंदिर हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली नगर निगम ने तोड़ दिया. मंदिर तोड़े जाने के बाद लोगों ने इसका जमकर विरोध किया. मंदिर तोड़े जाने के बाद से ही आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है. दोनों पार्टी के नेताओं ने एक दूसरे पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया है.
चांदनी चौक से स्थानीय विधायक और नेता विपक्ष विकास गोयल ने मंदिर तोड़े जाने पर आम आदमी पार्टी की सरकार के खिलाफ अपने समर्थकों के साथ जमकर नारेबाजी की है. वहीं इस मामले पर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने ट्विटर पर लिखा, “बीजेपी को समझना पड़ेगा, भगवान राम को सबसे प्यारे हनुमान जी ही हैं. बीजेपी की उत्तर नगर निगम ने चांदनी चौक में प्राचीन हनुमान मंदिर तुड़वा दिया. बहुत खेद की बात है. याद रहे राम जी भी तुम्हें माफ नहीं करेंगे.”
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने भी इस मामले को लेकर MCD और भाजपा को जिम्मेदार ठहराया. राघव चड्ढा ने कहा, “भाजपा की MCD ने चांदनी चौक में बजरंगबली का प्राचीन मंदिर तोड़ दिया. भ्रष्टाचार के नशे में चूर भाजपा की MCD ने प्रभु श्री राम के परम भक्त हनुमान जी के मंदिर को भी नहीं छोड़ा. पैसा लेकर लोगों के अवैध लेंटर डलवाने देते हैं. लेकिन प्रभु का मंदिर तोड़ देते हैं. भगवान माफ नहीं करेंगे.
वहीं बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं ने मंदिर तोड़े जाने का पूरा आरोप दिल्ली सरकार पर लगाया है. भाजपा नेताओं का कहना है कि दिल्ली सरकार ने रात में चुपके से हनुमान जी का मंदिर तोड़ दिया.
मंदिर पर विश्व हिंदू परिषद का कहना था कि यह मंदिर 1974 में चांदनी चौक रोड पर पीपल के पेड़ के नीचे स्थित है. यहां हनुमान जी स्वयंभू प्रकट हुए थे. साल 1974 से ही यह मंदिर सभी के संज्ञान में है और आज तक किसी ने इस पर आपत्ति नहीं जताई थी.