दिल्ली में हवा लगातार लोगों की सेहत बिगाड़ रही है। ऐसे में लगातार बच्चों के स्कूल बंद करने की मांग उठाई जा रही थी क्योंकि नोएडा में आठवीं तक के स्कूल को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि पांच नवंबर यानी कल से प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे। राजधानी की बिगड़ती आबोहवा को लेकर केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हम प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं। इसलिए हम कल से दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूल बंद कर रहे हैं। इसके अलावा पांचवीं से ऊपर की सभी कक्षाओं के लिए बाहरी गतिविधियों (आउटडोर एक्टिविटीज) को बंद किया जा रहा है।
सीएम केजरीवाल का कहना है कि राजधानी में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए वाहनों पर ऑड-इवन लागू करने पर विचार किया जा रहा है। वहीं प्रदूषण की स्थिति में सुधार होने तक दिल्ली के प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे। इससे पहले कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से आग्रह किया था कि जबतक प्रदूषण के स्तर में सुधार नहीं होता तबतक निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी करें।
बीजेपी ने की स्कूल बंद करने की मांग
दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के मद्देनजर बीजेपी की दिल्ली इकाई ने शुक्रवार को आप सरकार से दिल्ली में सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश देने की मांग की। दिल्ली बीजेपी कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि ‘आप’ सरकार बच्चों के जीवन से खिलवाड़ बंद करते हुए सभी स्कूल को बंद करे। पूनावाला ने कहा, ‘दिल्ली के अंशकालिक मुख्यमंत्री की तरह काम कर रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लोगों को बताना चाहिए कि उनकी सरकार ने शहर में प्रदूषण को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं।’ वहीं दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि अगर केजरीवाल सरकार सभी स्कूल को बंद करने का आदेश जारी नहीं करेगी तो पार्टी सड़कों पर प्रदर्शन करेगी।