राजधानी दिल्ली में जहां एक ओर कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 42 हजार को पार कर गए हैं, वहीं इस पर राजनीति भी तेज हो गई है। दिल्ली में बेकाबू होती जा रही कोरोना महामारी को लेकर केंद्र और राज्य में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। मंगलवार सुबह दोनों ही सरकारों के खिलाफ दिल्ली प्रदेश कोंग्रेस कार्यालय के बाहर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी सहित अन्य कार्यकर्ता धरने पर बैठे। वहीं, इनका यह धरना सिर्फ आधे घंटे के लिए था, इसलिए खत्म भी हो गया। धरने के दौरान पोस्टर और बैनर लगाकर कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
गौरतलब है कि सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा था कि यहां के अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को बेड और दूसरी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसके चलते दिल्ली के लोगों को इलाज के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सोमवार को किया था धरने का एलान
सोमवार को ही सर्वदलीय बैठक के बाद बाहर निकले कांग्रेस चीफ अनिल चौधरी ने कहा था कि केंद्र और अरविंद केजरीवाल सरकार कोरोना वायरस संकट से निपटने में विफल में हैं। इसके खिलाफ उसके नेता एवं कार्यकर्ता मंगलवार को अपने-अपने घरों के बाहर धरना देंगे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों को बेड और दूसरी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।