राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत गिरने के 36 घंटे बाद एक परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला गया। यह हादसा सोमवार शाम हुआ था। राहत और बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमों ने बुधवार को मलबे से एक दंपति और…
राजधानी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक निर्माणाधीन पांच मंजिला इमारत गिरने के 36 घंटे बाद एक परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला गया। यह हादसा सोमवार शाम हुआ था। राहत और बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ और दमकल विभाग की टीमों ने बुधवार को मलबे से एक दंपति और उनके दो छोटे बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। महिला और बेटे को मामूली चोटें आई हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
टमाटर और मूंगफली खाकर बचाई जान
इस हादसे में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मलबे में दबे एक व्यक्ति ने अपने परिवार को टमाटर और मूंगफली खिलाकर जिंदा रखा। इस व्यक्ति का नाम राजेश है जो इस इमारत की दूसरी मंजिल पर अपने परिवार के साथ रह रहे थे। इमारत गिरने के बाद सांस लेने और जीने के लिए सिर्फ दो फुट की जगह बची थी।
राजेश ने बताया कि वह लगातार अपनी पत्नी और बच्चों को संबल देते रहे और उम्मीद नहीं छोड़ी। बाहर शोर हो रहा था लेकिन उनकी आवाज कोई नहीं सुन पा रहा था। अंत में उन्होंने एक पाइप के जरिए बचाव दल को संकेत दिए जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
कैसे हुआ इतना बड़ा हादसा?
हादसे की वजह से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इमारत का एक हिस्सा गैस सिलेंडर पर गिर गया था जिससे मलबा नीचे नहीं गिरा और कुछ लोगों की जान बच गई। बता दें कि इस दर्दनाक हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें 2 बच्चियाँ भी शामिल हैं।
अब तक 21 लोगों को निकाला गया, मालिक गिरफ्तार
अब तक 21 लोगों को मलबे से बाहर निकाला जा चुका है जिसमें से 16 लोग जिंदा बच गए हैं जबकि 5 की मौत हो गई। पुलिस ने इस हादसे की ज़िम्मेदारी इमारत के मालिक योगेंद्र भाटी पर डाली है। उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
बचाव कार्य जारी
दिल्ली पुलिस, एनडीआरएफ और दमकल विभाग की कई टीमें लगातार बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। अधिकारियों का कहना है कि मलबे में अभी भी कुछ लोग फंसे हो सकते हैं जिससे मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।