बीजेपी ने दिल्ली फतह के लिए कार्यकर्ताओं से चाय पर चर्चा की योजना तैयार की है. बीजेपी के टॉप के नेता विधानसभा इलाकों में ही उस विधानसभा के कार्यकर्ताओं के साथ सीधे संवाद करेंगे. यह योजना देश के गृहमंत्री और पूर्व अध्यक्ष अमित शाह के सुझाव के बाद तैयार की गई है. बीजेपी का मानना है कि विधानसभा की जीत तभी संभव है, जब बूथ पर तैनात कार्यकर्ता अपना बूथ जीतेगा. बीजेपी इसी योजना पर काम करती रही है.
गौरतलब है कि 2015 में बीजेपी को दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में महज 3 विधानसभा सीट मिली थी. 2020 में एक बार फिर आम आदमी पार्टी और बीजेपी में सीधी टक्कर है.
दिल्ली में 2015 के बाद हुए लगभग सभी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जीत हाथ लगी है. एमसीडी के चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने जीत दर्ज की है. विधानसभा चुनाव बीजेपी के लिए नाक का सवाल है. ऐसे में बीजेपी कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती.
बीजेपी के बड़े नेताओं ने दिल्ली फतह के लिए पूरा जोर लगा दिया है. रविवार को इसी के तहत दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर डोर टू डोर कैंपेन चलाया जा रहा है.
खुद देश के गृह मंत्री अमित शाह डोर टू डोर कैंपेन में शामिल हुए. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी डोर टू डोर कैंपेन में शामिल हुए. यही नहीं हर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने एक बड़े नेता को मैदान में उतारा है.
इसी कड़ी में बीजेपी ने रविवार रात 10 बजे एक साथ दिल्ली की सभी विधानसभा सीटों के कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ प्रमुख कार्यकर्ताओं के साथ चाय पर चर्चा की योजना तैयार की है.
इसके तहत गृह मंत्री अमित शाह से लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा चुनाव अभियान में जुटे केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री , उपमुख्यमंत्री, पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रत्याशी के विधानसभा कार्यालय में जाएंगे.
वहां उस विधानसभा क्षेत्र के बूथ कार्यकर्ताओं के साथ चाय पीएंगे, उनके साथ संवाद करेंगे और बूथ जीतने का मंत्र देंगे. इस काम में पर्दे के पीछे खुद संगठन मंत्री बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और दिल्ली बीजेपी के संगठन मंत्री सिद्धार्थन काम में लगे हुए हैं.