विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आइसलैंड के विदेश मंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि विदेश मंत्री बजरनी बेनेडिक्टसन की यात्रा भारत-आइसलैंड संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी को सार्वजनिक रूप से समर्थन देने वाला आइसलैंड पहला नॉर्डिक देश था।
आइसलैंड के विदेश मंत्री बजरनी बेनेडिक्टसन दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने आइसलैंड के विदेश मंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया।
रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर तस्वीर साझा की है। उन्होंने जोर देकर कहा कि विदेश मंत्री बजरनी बेनेडिक्टसन की यात्रा भारत-आइसलैंड संबंधों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
‘भारत और आइसलैंड के संबंधों को मजबूत करेगी यात्रा’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि आइसलैंड के विदेश मंत्री बजरनी बेनेडिक्टसन का भारत में हार्दिक स्वागत है। उनकी यात्रा व्यापार और निवेश सहित हमारे संबंधों को और मजबूत करेगी।

दरअसल, भारत और आइसलैंड ने साझा मूल्यों और आपसी हितों के आधार पर दोस्ती को मजबूत करने पर जोर दिया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, साल 2000 के बाद से कई उच्च स्तरीय यात्राओं ने द्विपक्षीय संबंधों को नई गतिशीलता प्रदान की है।
UNSC में स्थायी सदस्यता के लिए कर चुका है आइसलैंड
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी को सार्वजनिक रूप से समर्थन देने वाला आइसलैंड पहला नॉर्डिक देश था। इसके बाद आइसलैंड ने कई मौकों पर अपने रुख को दोहराया है। विदेश मंत्रालय के अनुसार, आइसलैंड और भारतीय गणमान्य व्यक्तियों की द्विपक्षीय उच्च स्तरीय यात्राओं ने दोनों देशों के बीच आधिकारिक संबंधों को मजबूत करने में मदद की है।
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