तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ की वजह से राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र की बुधवार को दोबारा से कोरोना की जांच हुई है। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट शाम तक आ सकती है। डॉक्टरों के मुताबिक, अब उनकी तबीयत ठीक है। सुबह से बुखार नियंत्रित है। सांस लेने में दिक्कत भी खत्म हो चुकी है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद बृहस्पतिवार को छुट्टी हो सकती है। इससे पूर्व मंगलवार को कोरोना की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
गौरतलब है कि सत्येंद्र जैन को कोविड वार्ड से अलग सातवीं मंजिल के कमरे में भर्ती किया गया है। सोमवार रात को भर्ती करने के साथ ही तुरंत डॉक्टरों की टीम ने उनकी जांच शुरू की। उनके लिए आइसीयू भी तैयार कर लिया गया। हालांकि ऑक्सीजन देने के साथ ही सांस की तकलीफ दूर होने लगी। लेकिन, कोरोना के लक्षण थे। इस वजह से बिना देरी किए मंगलवार सुबह कोरोना जांच के लिए उनका सैंपल लिया गया। दोपहर में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। डॉक्टरों के मुताबिक सत्येंद्र जैन की हालत में सुधार है। अभी उन्हें रह-रह कर बुखार आ रहा है। दवा का असर खत्म होते ही बुखार तेज हो रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि पूरी तरह से ठीक होने में कम से कम 24 से 36 घंटे और लगेंगे। डॉक्टरों ने बताया कि अगर बुखार नियंत्रित नहीं हुआ तो फिर से उनकी कोरोना की जांच कराई जा सकती है। स्वास्थ्य मंत्री जैन के निजी सचिव सहित उनके कार्यालय के चार लोग इससे पहले कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। बता दें कि अस्पताल में भर्ती होने से पहले भी सत्येंद्र जैन की एक बार कोरोना की जांच हो चुकी थी और उसमें भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी।
डॉक्टरों के मुताबिक, सांस लेने में दिक्कत होने के कारण उन्हें ऑक्सीजन भी दी गई थी। बुखार को नियंत्रित करने के लिए दवाएं शुरू की गई हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनकी हालत पर नजर रखे हुए हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें छुट्टी मिलने में दो दिन का समय लग सकता है। हालांकि उनकी तबीयत खराब होने से सरकार में हड़कंप मचा हुआ है।
कई बैठकों में पहुंचे थे स्वास्थ्य मंत्री
राजधानी में कोरोना संकट के बीच स्वास्थ्य मंत्री प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। इसके अलावा हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बैठकों में भी वह शामिल हुए थे।