राजधानी दिल्ली के एक रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने की तैयारी है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के समीप बिजवासन स्टेशन को पुनर्विकसित किया जा रहा है। ताकि यहां से लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिले।
राजधानी में एक और वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनेगा। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के समीप बिजवासन स्टेशन को पुनर्विकसित किया जा रहा है। कई साल से लंबित इस स्टेशन के निर्माण में आ रही अड़चन भी दूर हो गई है। 1.24 हजार वर्ग मीटर जमीन पर इस स्टेशन का निर्माण दिल्ली एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं वाला होगा।
अधिकारियों के मुताबिक, इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि नई दिल्ली, निजामुद्दीन समेत अन्य स्टेशनों की भीड़ कम होगी व ट्रेनों का संचालन भी आसानी से संभव होगा।
योजना के अनुसार, जिस तरह से पूर्वांचल दिशा जाने वाली ट्रेन आनंद विहार से संचालित होती है इसी तरह पश्चिम दिशा की तरफ जाने वाली ज्यादातर ट्रेनों को इसी स्टेशन से संचालित किया जाएगा। एक तरह से महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान की तरफ आने-जाने वाली ट्रेन के लिए यह डेडिकेटेड स्टेशन होगा।
यह स्टेशन ऐसे जगह पर स्थित है जिससे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से उतरकर आगे का सफर यात्री ट्रेन से कर सकते हैं। वहीं स्टेशन पर पहुंचकर आसानी से एयरपोर्ट से विमान से यात्रा कर सकते है। ऐसे में यह इलाका आने वाले समय में महत्वपूर्ण ट्रांसपोर्ट हब बन जाएगा।
यहां से यात्रियों के लिए बस, मेट्रो, रेलगाड़ी व विमान की सुविधा होगी। बिजवासन रेलवे स्टेशन को दो फेज में बनाया जाएगा। पहले फेज का निर्माण 2025 तक पूरा करने की योजना है। अंतरराज्यीय बस टर्मिनल भी प्रस्तावित है। इससे यह पूरा प्रोजेक्ट द्वारका, महिपालपुर, बिजवासन, दक्षिणी दिल्ली, दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए वरदान हो सकता है।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा
बिजवासन रेलवे स्टेशन पर कुल 8 प्लेटफाॅर्म बनाने की योजना है। फिलहाल यहां दो ही प्लेटफाॅर्म है जिससे ट्रेनें संचालित होती हैं। इसके अलावा यात्रियों के लिए आनंद विहार रेलवे स्टेशन के लिए ही चार सब-वे का निर्माण किया जाएगा। बिजवासन स्टेशन द्वारका सेक्टर-21 मेट्रो स्टेशन के समीप है लिहाजा इस स्टेशन की कनेक्टिविटी मेट्रो स्टेशन से भी की जाएगी।
स्टेशन के निर्माण की योजना के साथ ही यहां अंतरराज्यीय बस अड्डा और मल्टी लेवल पार्किंग की सुविधा भी लोगों को मिलेगी। यातायात के विभिन्न संसाधन जैसे मेट्रो, बस अड्डा, एयरपोर्ट तक पहुंच की सुविधा मल्टी मॉडल ट्रांजिट हब बनने से मिलेगी। द्वारका एक्सप्रेसवे को भी बिजवासन रेलवे स्टेशन से जोड़ा जाएगा।
आगमन और प्रस्थान का रास्ता अलग-अलग, चार सब-वे बनेंगे
ट्रेनों के आने-जाने के समय अचानक से उमड़ने वाली भीड़ से बचाने के लिए दो अलग-अलग रास्ते इस स्टेशन पर होंगे यानी एयरपोर्ट की तरह आगमन और प्रस्थान करने वाली ट्रेनों के लिए रास्ते अलग होंगे। इसके अलावा रेल यात्रियों की सुविधा के लिए इस स्टेशन पर चार सब-वे का निर्माण किया जाएगा।
इस रेलवे स्टेशन पर 30,400 वर्ग मीटर का एक स्टेशन भवन बनाया जा रहा है। 12,500 वर्ग मीटर का ओपन एयर कॉनकोर्स होगा। कॉनकोर्स एरिया में आधुनिक वेटिंग रूम और एयरपोर्ट की तरह दुकानें भी होंगी, ताकि ट्रेनों के इंतजार के दौरान यात्रियों को सुविधाएं मिल सके।
यात्रियों के लिए लिफ्ट और स्वचालित सीढ़ियां भी होंगी। साथ ही 1,23,500 वर्ग मीटर में एक सर्क्युलेटिंग एरिया तैयार किया जाएगा। इससे रेलवे स्टेशन की शोभा तो बढ़ेगी ही, साथ ही वाहनों के आवाजाही में स्टेशन परिसर में भीड़ नहीं बढ़ेगी। द्वारका एक्सप्रेसवे को भी बिजवासन रेलवे स्टेशन से जोड़ा जाएगा।