भारतीय राजनीति में ‘हिट एंड रन’ के लिए मशहूर या फिर कहें बदनाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर भी अपने पूर्व के बयानों से पलट गए हैं। 2014 में लोकसभा और दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) संयोजक केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के विरोध में जो अभियान चलाया था, उसमें उनके निशाने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी थे। उन्होंने 100 भ्रष्ट नेताओं की जो सूची जारी की थी, उसमें मनमोहन सिंह का नाम शामिल था।
अब वाल स्ट्रीट जर्नल में रुपये की गिरावट और भारत में निवेश के मद्देनजर अनिश्चित भविष्य पर प्रकाशित एक लेख पर बृहस्पतिवार को किए गए एक ट्वीट में अरविंद केजरीवाल अपने पूर्व बयान पर फिर पलट गए हैं। अब उनका कहना है कि जनता डॉ. मनमोहन सिंह जैसे शिक्षित प्रधानमंत्री को याद कर रही है। पीएम तो पढ़ा-लिखा ही होना चाहिए।
दूसरी तरफ उन्होंने दिल्ली के पेयजल संकट को लेकर भाजपा पर गंदी राजनीति करने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा है कि दिल्ली को जो पानी पिछले 22 सालों से मिल रहा है, अब हरियाणा द्वारा उसमें अप्रत्याशित रूप से कटौती की जा रही है। बावजूद इसके भाजपा गंदी राजनीति कर दिल्ली की जनता को परेशानी झेलने के लिए मजबूर कर रही है।
उधर केजरीवाल के ट्वीट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने ट्वीट किया है कि अगर डॉ. मनमोहन सिंह की तारीफ की जा रही है तो अब केजरीवाल को पूर्व मंत्री कपिल सिब्बल, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, पवन खेड़ा और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम से भी माफी मांगनी चाहिए।