हाल ही में जो अपराध का मामला सामने आया है वह तमिलनाडु के मदुरई के तिरुवदुथुरई गांव का है जहाँ जो कुछ हुआ है वह हैरान कर देने वाला रहा है. इस मामले में यह बताया जा रहा है कि एक दलित को अपने समुदाय के लिए आवाज उठाने पर दबंगों ने प्रताड़ित किया गया है. वहीं उसके शरीर पर टॉयलेट किया गया और इसी के साथ ही, उसे मानव मल खाने के लिए मजबूर किया गया है. इस मामले में मिली खबरों के अनुसार पीड़ित को तीन साल पुरानी दुश्मनी के चलते निशाना बनाया गया.
इस मामले में बात करते हुए पीड़ित ने कहा कि ”वह इतना अपमानित किया गया कि वह आत्महत्या करना चाहता था.” इस मामले में यह भी बताया जा रहा है कि ”आरोपियों ने पीड़ित को पेड़ से बांधा और उसके शरीर पर टॉयलेट किया. इसके बाद उसे मानव मल खिलाया. आरोपियों के नाम मुत्थु, राजेश और राजकुमार बताए जा रहे हैं.” खबरों के मुताबिक़ इस मामले में पीड़ित ईंट-भट्ठे का मालिक है और यह वारदात तब हुई, जब वह भट्टे से लौट रहा था. उस समय उसे रास्ते में एक गैर-दलित शख्स ने पत्थर फेंककर मारा, जिससे वह बाइक से गिर गया तो 2 अन्य गैर-दलितों ने उस पर हमला कर दिया. उसके बाद मुत्थु ने पीड़ित के मुंह में जबरन मानव मल भर दिया और आरोपियों ने जब देखा कि स्थानीय निवासी एक युवक आ रहा है तो आरोपी पीड़ित को छोड़कर भाग गए उसके बाद स्थानीय निवासी पीड़ित को थाने ले गया.
इस मामले में एफआईआर में जबरन मानव मल खिलाने का जिक्र किया गया, लेकिन आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के केस दर्ज नहीं किया. वहीं इस मामले में पुलिस ने सिर्फ एक आरोपी मुत्थु को ही गिरफ्तार किया है और उसके खिलाफ जाति के नाम पर पीड़ित को गाली देने का मुकदमा दर्ज किया है.