दक्षिण कश्मीर के अवंतीपोरा के त्राल बस स्टैंड पर शनिवार को आतंकवादियों ने ग्रेनेड हमला किया। इस हमले में आठ नागरिक घायल हो गए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बस स्टैंड त्राल में आतंकवादियों ने एसएसबी के जवानों पर ग्रेनेड फेंका। गनीमत रही कि निशाना चूक गया और ग्रेनेड सड़क पर फट गया।
इस घटना में आठ नागरिकों को मामूली चोटें आई हैं। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है। उधर, हमले के तुरंत बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर हमलावरों को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया गया है। एसपी अवंतीपोरा ने भी इस हमले में आठ नागरिकों के घायल होने की पुष्टि की है।
इससे पहले नए साल के पहले दिन आतंकियों ने शुक्रवार की शाम शहर के छानपोरा इलाके के लाल नगर बाईपास पर सुरक्षा बलों पर ग्रेनेड हमला किया था। यहां तैनात एसएसबी के जवानों को आतंकियों ने निशाना बनाकर ग्रेनेड हमला किया था। हालांकि इस हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ।
उधर, उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में गत मंगलवार को गिरफ्तार टीआरएफ के ओजीडब्ल्यू(आतंकियों का मददगार) आसिफ गुल के पास से तीन चीनी ग्रेनेड बरामद हुए थे। उसके पास से मिले ग्रेनेड पहली बार बरामद होने का पुलिस ने दावा किया है। पुलिस के अनुसार वह सीमा पार टीआरएफ कमांडर के लगातार संपर्क में था। उस पर 30 मुकदमे हैं और चार बार पीएसए में गिरफ्तार हो चुका है। पिछले छह महीने से फरार चल रहा था।
एसएसपी बारामुला अब्दुल कयूम ने बताया कि 29 दिसंबर को पुलिस को बारामुला से हंदवाड़ा की ओर आतंकियों या उनके मददगारों की मूवमेंट का इनपुट मिला था।
इसके आधार पर बारामुला के सभी एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर एसओजी, सीआरपीएफ ने नाके लगाए। शाम करीब 6 बजे एक ऑल्टो कार तेजी से नाके से भाग निकली। इससे जवान तुरंत हरकत में आए और गाड़ी को रोक कर ड्राइवर को दबोच लिया।
उसकी शिनाख्त कांसीपोरा बारामुला के आसिफ गुल के तौर पर हुई। वह टीआरएफ का सक्रिय ओजीडब्ल्यू है। उसके पास से तीन चीनी ग्रेनेड बरामद हुए हैं। आसिफ के खिलाफ बारामुला में 29 और सोपोर में एक एफआईआर दर्ज है। वर्ष 2015 से 2018 के बीच 4 बार पीएसए के अंतर्गत उसे गिरफ्तार किया जा चुका है।