थायराइड से लगातार बढ़ रही है , महिलाएं कई बार जूझती हैं अनियमित माहवारी की समस्या से

महिलाएं कई बार अनियमित माहवारी की समस्या से जूझती हैं। समस्या की असली वजह जान नहीं पाती हैं और इसे सामान्य समझकर अनदेखी कर देती हैं। इस बीमारी को लेकर स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मधु किरन कहती हैं कि अनियमित माहवारी के भले ही कई कारण हो सकते हैं, लेकिन वर्तमान में थायराइड बड़ी वजह के रूप में सामने आ रहा है। इसलिए महिलाओं को समय रहते सावधान हो जाना चाहिए। समय पर उपचार करा लेने से बीमारी के खतरे से बचा जा सकता है। रविवार को बृजलाल अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. किरन हैलो डॉक्टर कार्यक्रम के लिए दैनिक जागरण कार्यालय में उपस्थित थी। उन्होंने कुमाऊं भर से फोन पर सवाल पूछने वाली महिलाओं को परामर्श दिया।

माहवारी की समस्या का समय पर कराएं उपचार

डॉ. किरन ने बताया कि अगर 28 से 35 दिन के बीच चार-पांच दिन तक करीब 50 एमएल ब्लीडिंग होती है तो यह सामान्य है। इसके अलावा खून में थक्के बन रहे हैं, अनियमित माहवारी हो रही है तो तत्काल स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए। यह समस्या हार्मोनल भी हो सकती है। बच्चेदानी में गांठ, खून की कमी आदि कई कारण हो सकते हैं। इसलिए इन बीमारियों का समय पर इलाज करा लिया जाए। थायराइड की जांच कराने के बाद नियमित दवा का सेवन करना चाहिए

पानी कम पीना यूरीन इन्फेक्शन का बड़ा कारण

अक्सर महिलाएं पानी कम पीती हैं। जबकि 24 घंटे में 10 से 12 गिलास पानी पीना चाहिए। पानी कम पीने से यूरीन इन्फेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। डॉ. किरन बताती हैं कि इसके अलावा महिलाओं को यूरीन इन्फेक्शन से बचने के लिए सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए और माहवारी में पैड का इस्तेमाल करें। अगर समस्या पैदा हो गई है तो डॉक्टर से संपर्क करें। इस बीमारी की अनदेखी पर किडनी खराब होने का खतरा रहता है। खासकर, मधुमेह के रोगियों को इन्फेक्शन से पहले मधुमेह को नियंत्रित करने पर ध्यान देना चाहिए। तभी इन्फेक्शन भी ठीक होगा।

श्वेत प्रदर में बदबू होने पर न करें अनदेखी

डॉ. किरन कहती हैं कि सफेद पानी निकलने (श्वेत प्रदर) से कमजोरी होने की बात करना गलत है। पीरियड आने के दिनों में सफेद पानी डिस्चार्ज होता है। कुछ सामान्य दिनों में भी ऐसा हो सकता है। इससे घबराना नहीं चाहिए। डॉ. किरन सलाह देती हैं कि जब श्वेत प्रदर के समय बदबू आने लगे, जरूरत से ज्यादा बहाव होने लगे व इसका रंग पीला होने लगे तो सचेत हो जाना चाहिए। समस्या के समाधान के लिए तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें। इस समस्या के लगातार बने रहने से बांझपन, बच्चेदानी के मुंह के कैंसर तक की समस्या पैदा हो जाती है।

इन बातों का रखें ध्यान 

  • जीवनशैली को ठीक रखें
  • पर्याप्त नींद जरूरी है
  • भोजन में पौष्टिकता हो
  • कब्ज न होने दें
  • सफाई का विशेष ध्यान रखें
  • माहवारी में पैड इस्तेमाल करें
  • 10-12 गिलास पानी पीएं

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