एक ओर जहां महात्मा गांधी की जयंती पर जिले के सभी पंचायतों में आमसभा आयोजित कर लोगों को नशे का सेवन नहीं करने का संकल्प दिलाया जा रहा था उसी रात बैकुंठपुर थाना परिसर में पुलिस द्वारा जब्त शराब की गई शराब बेची जा रही थी। एसपी ने रंगे हाथों थानाध्यक्ष और एएसआइ को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी को जानकारी मिली थी कि थाने से शराब की बिक्री की जा रही है। इसके बाद मंगलवार की रात पुलिस अधीक्षक राशिद जमां बैकुंठपुर थाना पहुंचे तो वहां शराब की डिलीवरी के लिए लगी बोलेरो का चालक उन्हें देखते ही वाहन सहित फरार हो गया। थाने में शराब की बिक्री के लिए खड़े थानाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण महतो तथा एएसआई सुदीश कुमार को उन्होंने तुरत हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने शराब की डिलीवरी के लिए आए छपरा के मशरख में छापेमारी कर चालक कन्हैया शर्मा को भी हिरासत में ले लिया।
बताया जाता है कि पिछले कुछ दिन से थानों में जब्त की गई शराब को नष्ट करने का काम चल रहा है। चार दिन पूर्व बैकुंठपुर थाना में जब्त शराब को नष्ट करने की प्रक्रिया पूरी की गई थी। इसी बीच मंगलवार की रात एसपी को सूचना मिली कि विनष्टीकरण प्रक्रिया के दौरान डेढ़ सौ कार्टन शराब को बचाकर रख लिया गया था।
छुपाकर रखे कार्टन का ग्राहक मिल जाने के बाद उसकी उसकी डिलिवरी की जा रही थी। इस सूचना पर एसपी थाना पहुंच गए। मामले की जांच करने के बाद थानाध्यक्ष तथा एएसआई को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब्त शराब मामले में अनियमितता को लेकर थानाध्यक्ष तथा एएसआई को हिरासत में लिया गया है।
एसपी राशिद जमां की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है। बता दें कि शराबबंदी को लेकर लापरवाही और इस कानून को सही तौर पर लागू नहीं करने वाले अधिकारियों को बिहार के मुख्यमंत्री ने जबर्दस्त डांट लगाई थी।
सीएम नीतीश कुमार ने कल भी गांधी जयंती के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि चाहे मुझे जमीन के भीतर दफना दें लेकिन शराबबंदी से कोई समझौता नहीं करूंगा। ऐसे में गोपालगंज एसपी द्वारा की गई इस कार्रवाई को अहम माना जा रहा है।