– रिजेक्शन का डर महिलाओं को सबसे ज्यादा होता है। आमतौर पर महिलाएं ये सोचती हैं कि ” अगर वो मुझे सीधे मना कर देगा या फिर वो ये कहे कि उसे मुझ में कोई दिलचस्पी नहीं है। उस हालात में मैं क्या करूंगी? इसी डर की वजह से वो जिसे पसंद करती है उसे डेट पर चलने के लिए भी नहीं पूछ पाती है और खुद को रोक लेती है।
– किसी को भी ये पसंद नहीं होता कि कोई उन्हें जज करे और इसी वजह से वो लड़कों को अप्रोच करने से डरती हैं। ये उन्हें बिल्कुल पसंद नहीं है और इसी वजह से वो पुरुषों को अप्रोच नहीं कर पाती हैं। असुरक्षा की भावना उनके आत्मविश्वास पर भारी पड़ जाती है। कोई भी महिला इस चीज़ से बहुत ज़्यादा डरती है।
– उस शख्स के किसी और के साथ पहले से ही रिलेशनशिप में होने का ख्याल उनके बढ़ते कदमों को रोक लेता है और वो उन्हें रिश्ते की शुरुआत के बारे में पूछ ही नहीं पाती हैं।
– अगर लड़का उन्हें अपने से बेटर दिखता है तो वो अपने मन की बात कहने से डरती हैं। या कई बार तो खुद ही पीछे हट जाती है। उनकी यही सोच उन्हें अपनी मन की बात कहने से रोक देती है।
– मौजूदा समय में किसी के पास भी इतना समय नहीं है कि वो अधूरी पर्सनालिटी वाले किसी व्यक्ति से डील करे। ऐसे व्यक्तियों से बात करने में लोग ज़्यादा दिलचस्पी नहीं लेते हैं। महिलाओं के मन में भी ये डर रहता है इसलिए कई बार वो सिर्फ व्यक्ति के बाहरी आकर्षण से प्रभावित होने के बावजूद उन्हें अप्रोच नहीं करती है।
– अगर वो मेरे या मेरे बीते कल के बारे में पहले से कुछ जानता हो तो? महिलाएं किसी शख्स को देखकर उस से प्रभावित होती हैं लेकिन फिर भी खुद को रोक लेती हैं। वो पहले से मेरे बारे में जानता होगा, बस यही ख्याल लड़कियों को रोक देता है।
– लड़कियों को इस बात का डर सबसे ज्यादा होता है कि अगर वो अप्रोच करें और बाद में वो उन्हें छोड़ दे तो। ये ख्याल उन्हें अपनी भावनाएं इजहार करने से रोक देता है।
– अगर किस्मत में होगा तो वो खुद ही मिल जाएगा।
– लड़कियां कई बार सोचती है कि अगर प्यार है तो वो खुद ही बता देगा। और उसके पहल के इंतजार में रिश्ते की शुरूआत ही नहीं हो पाती।