राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव को फिर से जान से मारने की धमकी मिली है। तेजप्रताप यादव के पीए के नंबर पर धमकी भरा फोन आया है। इसके बाद तेजप्रताप यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सुरक्षा की गुहार लगायी है।
तेजप्रताप ने कहा- मेरी जान को है खतरा, पुलिस है सुस्त
तेजप्रताप ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस कुछ नहीं कर रही है। मुझे दो बार धमकी मिली है, मेरी जान को खतरा है। अगर मुझे कुछ हो जाता है तो कौन इसकी जिम्मेदारी लेगा। उन्होंने धमकी देने वाले का नाम चंद्रकांत यादव बताया है।
तेजप्रताप ने ये भी आरोप लगाया है कि मेरा दुश्मन मेरे घर में ही मौजूद तीन -चार लोग हैं जो मिलकर ये सब काम कर रहे हैं। ये लोग मेरे परिवार को तोड़ना चाहते हैं। मैंने थाने में एफआइआर भी दर्ज करवायी है, लेकिन धमकी देने वाले पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
एसएसपी ने दिया जवाब
पटना एसएसपी गरिमा मलिक ने तेजप्रताप के आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि पहली बार ही प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। हमने औरंगाबाद तक छानबीन की है। जल्द ही धमकी देने वाला पकड़ा जाएगा।
दो दिन पहले भी दी गई थी धमकी
बता दें कि इससे दो दिन पहले भी तेजप्रताप यादव को जान से मारने की धमकी मिली थी। मोबाइल से किसी ने कॉल करके तेजप्रताप और उनके पीए को जान से मारने की धमकी दी थी। इस घटना के बाद फिर से एेसी धमकी मिलने से बिहार की राजनीति में हड़कंप मच गया है।
दर्ज करायी थी एफआइआर
इस मामले को लेकर तेज प्रताप ने पटना के सचिवालय थाने में मामला भी दर्ज करवाया था। अपने आवेदन में उन्होंने जिस नंबर से कॉल आया था उस नंबर का भी जिक्र किया है। साथ ही लिखा है कि कॉल करने वालों ने अभद्र भाषा के प्रयोग के साथ-साथ जान से मारने की धमकी भी दी थी।
तेजप्रताप को धमकी मिलने के बाद राजद नेता मनोज झा ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया था कि बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री को इस तरह से कोई धमकी भरा कॉल कर रहा है, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।
जानकारी के मुताबिक धमकी मिलने के बाद तेजप्रताप की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सरकार की तरफ से उन्हेंवाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। हालांकि अभी तक सुरक्षाकर्मी नहीं पहुंचे हैं पर सरकार की ओर से उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा देने की अनुशंसा कर दी गई है।
बक्सर से आया था कॉल
तेजप्रताप को धमकी मामले में अभी तक पुलिस कुछ पता नहीं लगा पाई है। इस बात को लेकर तेज प्रताप के निजी सहायक सृजन कुमार ने पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल भी उठाय है। तेज प्रताप यादव के निजी सहायक सृजन कुमार ने बताया कि जैसे ही धमकी भरा कॉल आया उसके कुछ घंटों के बाद मामला पुलिस के संज्ञान में दे दिया गया है।
पुलिस ने अभी तक के अनुसंधान में यह बताया है की बक्सर के गोह से धमकी भरा कॉल आया था और धमकी देने वाले युवक का नाम चंद्रकांत बताया गया है। यहां पुलिस ने छापेमारी भी की है पर छापेमारी से पहले ही धमकी देने वाला युवक अपने घर से फरार हो गया।