देश की महिला वकीलों का कहना है कि इस नियम के लागू होने से ऐसे मामलों पर रोक लगेगी जहां पुरुष अपनी पत्नियों को बिना सूचित किए ही शादी तोड़ देते थे. ऐसे मामलों को ‘गुप्त तलाक़’ के रूप में जाना जाता रहा है. अधिनियम के दिशा निर्देश निर्धारित करेंगे कि महिलाओं को उनकी वैवाहिक स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दी जाए. इस नियम के माध्यम से महिलाएं भरण पोषण भत्ते जैसे अपने अधिकारों का संरक्षण भी कर पाएंगी. उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब में पिछले साल महिलाओं के ड्राइविंग पर लगे प्रतिबन्ध को भी हटा दिया था. ये पाबंदी दशकों तक बरक़रार रही थी.

सऊदी अरब में कई महिलाओं को उनके तलाक़ के बारे में जानकारी ही नहीं मिल पाती थी. इस परिस्थिति को बदलने के लिए रविवार से सऊदी अरब ने एक नया नियम निकाला है. इस नियम के चलते रविवार से सऊदी अरब की अदालतों के लिए ये अनिवार्य कर दिया गया है कि वे महिलाओं को उनके तलाक़ के बारे में संदेश भेजकर सूचित करेंगी.
कामसूत्र’ के ये प्रचीन राज आप ने कही भी नही सुना पढ़ा होगा…
आपको बता दें कि भारत में भी इन दिनों तीन तलाक़ को लेकर घमासान चल रहा है, मोदी सरकार जहाँ तीन तलाक़ बिल को पारित करने में लगी हुई है, वहीं कांग्रेस सहित तमाम विपक्ष इस बिल का जमकर विरोध कर रहा है. ये बिल लोकसभा में पारित हो चुका है, लेकिन राज्य सभा में अभी भी यह लंबित है.
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