चोपटा खंड के गांव ढूकड़ा के पास राजस्थान में जाने वाली नोहर फिडर नहर रात को टूट गई। नहर टूटने से करीब 250 एकड़ में नरमे व धान की फसल पानी में डूब गई। इसके साथ ही करीब 50 ट्यूबवैल और खेतों में बने मकान भी डूब गए। पक कर तैयार खड़ी फसल जलमग्न होने से किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हो गया।
नहर में करीब 80 फीट चौड़ी दरार आ गई। किसानों का कहना है कि नहर में पिछले तीन-चार दिन से पानी ओवरफ्लो चल रहा था, इसकी सूचना उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को भी दी थी। लेकिन पानी का बहाव कम नहीं किया गया। रात को नहर ओवरफ्लो होने से ढूकड़ा गांव के पास टूट गई। जिससे पककर तैयार फसल पानी में डूब गई और उनकी पूरे साल की मेहनत बेकार हो गई।
बंसीलाल कुलड़िया, महावीर कुलड़ाया, प्रल्हाद सोनी, विनोद सोनी, भागमल सयोदा, राजेश कलवासिया, मदन ढाढेला, सुभाष सिहाग, सुनील सोनी ने बताया कि राजस्थान को जाने वाली नोहर फीडर में पिछले चार-पांच दिन से पानी ओवरफ्लो चल रहा था। जिस कारण रात करीब 12 बजे नहर अचानक टूट गई। उन्होंने बताया कि उनके खेत नहर के पास ही हैं जिससे सबसे ज्यादा नुकसान उन्हें हुआ है।
इन्होंने बताया कि क्रीम 250 एकड़ में धन और नरमी की फसल पूरी तरह से जल मग्न हो गई है और अब पक कर तैयार खड़ी फसल की चुगाई व काटने का काम शुरू किया हुआ था । लेकिन फसल पानी में डूबने के कारण पूरे साल की मेहनत बेकार हो गई । उन्होंने तो पूरी मेहनत और काफी पैसे खर्च कर फसल को पकाया था लेकिन सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण से उन्हें लाखों का नुकसान हो गया। इन्होंने बताया कि फसल के साथ-साथ खेतों में लगे ट्यूबवेल व मकान भी जल मग्न हो गए। इन्होंने इसकी सूचना सिंचाई विभाग को दे दी है लेकिन अभी तक पानी का बहाव कम नहीं हो पाया है।