मेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो बिना किसी शर्त के ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी से मिलाने को तैयार हैं, वो जब चाहे उनसे मिल सकते हैं। इटालियन प्रधानमंत्री ज्यूसेपे कॉन्टे के साथ व्हाइट हाउस में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘यदि ईरान के राष्ट्रपति हमसे मिलना चाहें तो मैं निश्चित रूप से उनसे मिलना चाहूंगा।’ इसके बाद उन्होंने यह भी कहा, ‘मुझे पता है कि वे भी हमसे मिलना चाहते हैं। जब भी वे चाहें, मैं मिलने के लिए तैयार हूं। इसके लिए कोई भी शर्त नहीं है।’
ईरानी राष्ट्र के अधिकारों का करना होगा सम्मान
राष्ट्रपति रूहानी के सलाहकार हामिद अरालेबी ने ट्रंप के इस बयान के बाद ट्वीट किया कि ‘परमाणु समझौते पर लौटना’ और ‘ईरानी राष्ट्र के अधिकारों का सम्मान करना’ बैठक की बातों को आगे बढ़ाएगा। अगर अमेरिका और ईरान के बीच बैठक होती है तो यह 1979 की ईरानी क्रांति के बाद दोनों देशों के बीच ऐसी पहली बैठक होगी। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते कहा था कि ईरान के साथ परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका ‘वास्तविक समझौता’ करने के लिए तैयार है।
दोनों देशों के बीच बढ़ गई है तनातनी
परमाणु समझौते से अमेरिका के बाहर आने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ गई है। अमेरिका अब ईरान पर नई शर्तो के साथ परमाणु समझौता करने का दवाब डाल रहा है लेकिन ईरान इसके लिए तैयार नहीं है। दरअसल, ईरान, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों – ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका के बीच जुलाई 2015 में जेसीपीओए समझौता हुआ था। इस समझौते के तहत ईरान आर्थिक मदद और खुद पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों को हटाने की एवज में अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों को रोकने पर सहमत हुआ था लेकिन मई में अमेरिका ने इस समझौते को एकतरफा बताते हुए अपने आप को इस प्रोग्राम से अलग कर लिया था।