आजम को तोपखाना रोड स्थित मुर्तजा स्कूल की जमीन जौहर विश्वविद्यालय के लिए मिली थी, लेकिन उन्होंने इसकी बिल्डिंग में अपना कार्यालय शुरू कर दिया था। यहां पर सपा का झंडा लगा दिया गया। हालांकि, बाद में जब उन्होंने रामपुर पब्लिक स्कूल का गर्ल्स विंग खोला तो खाली पड़ी जमीन में नया कार्यालय बनवा लिया। रामपुर पब्लिक स्कूल का उद्घाटन सांसद डिंपल यादव ने किया था। अब इस स्कूल की जमीन सरकार ने वापस ले ली।
लगभग 45 साल से राजनीति में सक्रिय आजम खां शुरू में बंगला आजाद खां और कटरा जलालुद्दीन में अपना कार्यालय चलाते थे। आजम खां को जब मुलायम सिंह यादव का साथ मिला तो उनका राजनीतिक रसूख बढ़ने लगा। इसी दौरान आजम खां ने रामपुर में यूनिवर्सिटी बनाने का सपना देखा और उसको पूरा करने की कोशिश में लग गए। जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन तलाशने के लिए सबसे पहले उन्होंने तोपखाना रोड पर चलने वाले मुर्तजा स्कूल पर हाथ रखा।
प्रदेश कैबिनेट ने उनको स्कूल की जमीन बिल्डिंग सहित 30 साल के लिए लीज पर दे दी। जिसकी यह शर्त थी कि लीज की अवधि बढ़ाई जा सकती है। जमीन मिलने के बाद यहां यूनिवर्सिटी तो बनी नहीं, आजम खां ने यहां पर पार्टी कार्यालय शुरू कर दिया। यहां पार्टी की मीटिंग होने लगी और दिन भर आजम का समर्थकों जमावड़ा लगा रहता था। इसके बाद आजम खां ने यहां पर रामपुर पब्लिक स्कूल का गर्ल्स विंग खोल दिया।
जब सपा से निकाले गए थे तो हटा दिया था झंडा
मई 2009 में आजम खां को जब सपा से बाहर का रास्ता दिखाया गया था, उन्होंने इस अपने कार्यालय का झंडा हटवा दिया था। उस समय वो कहते थे कि यह कार्यालय सपा का नहीं है बल्कि मेरा है। उनका कहना सच भी था कि क्योंकि कार्यालय की जमीन सपा के नाम पर नहीं है। इसकी लीज जौहर ट्रस्ट के नाम पर थी, जिसके आजीवन अध्यक्ष आजम खां हैं। हालांकि, सितंबर 2010 में आजम वापस सपा में शामिल हो गए थे।
2019 में भी तत्कालीन डीएम ने भेजी थी रिपोर्ट
तोपखाना रोड स्थित राजकीय मुर्तजा स्कूल की बिल्डिंग और जमीन की लीज निरस्त किए जाने की रिपोर्ट 2019 में तत्कालीन जिलाधिकारी और वर्तमान में मुरादाबाद मंडल के आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने शासन को भेजी थी। रिपोर्ट में आवंटन निरस्त करने की संस्तुति की गई थी। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेश ने भी रिपोर्ट भेजी। बाद में शासन ने प्रशासन से दोबारा रिपोर्ट मांगी।
इस पर जिला अधिकारी रविंद्र कुमार मांदड़ ने अपर जिला अधिकारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी बनाई। जांच में नियमों का उल्लंघन पाया गया। जांच के आधार पर डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने पिछले माह शासन को रिपोर्ट भेज दी। इसमें लीज निरस्त करने की संस्तुति की गई थी।
इस मामले में तत्कालीन डीएम आंजनेय कुमार सिंह ने 2019 में शासन को रिपोर्ट भेजी थी। विधायक की शिकायत के बाद शासन ने फिर से रिपोर्ट मांगी थी। इसके लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी की रिपोर्ट से शासन को अवगत कराया दिया गया था। अब कैबिनेट ने जौहर ट्रस्ट को दी गई जमीन का पट्टा निरस्त करने का फैसला लिया है। इस मामले में माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से जो शासनादेश जारी किया जाएगा, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। रामपुर पब्लिक स्कूल के बच्चों के बारे में शासन के निर्देश के मुताबिक फैसला लिया जाएगा। – रविंद्र कुमार मांदड़, जिलाधिकारी