भाजपा नेता नितेश राणे ने वक्फ विधेयक पर जेपीसी के फैसले से यूबीटी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की असहमति पर कटाक्ष किया है। उन्होंने उद्धव ठाकरे को ओवैसी का भाई बताते हुए कहा कि ठाकरे की सेना मुस्लिम लीग की तरह है। साथ ही उन्होंने अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या के भारत में प्रवेश को सुरक्षा के लिए चिंता भी बताया है।
महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नितेश राणे ने वक्फ विधेयक को लेकर जेपीसी के फैसले पर उद्धव ठाकरे की असहमति की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी अब असदुद्दीन ओवैसी के साथ गठबंधन कर रही है, जो मुस्लिम लीग जैसा है। राणे ने कहा कि ठाकरे और ओवैसी अब भाई जैसे हो गए हैं। ठाकरे की सेना मुस्लिम लीग की तरह हो गई है, जो भी फैसला मुस्लिम लीग करती है, शिवसेना (यूबीटी) उसी का पालन करती है। उन्होंने यह भी कहा कि जब वक्फ बोर्ड ठाकरे के घर मातोश्री पर दावा करेगा, तब उन्हें समझ में आ जाएगा कि वे कहां जा रहे हैं।
बता दें कि वक्फ संशोधन विधेयक की समीक्षा कर रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) ने बुधवार को मसौदा रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है। जेपीसी के इस फैसले पर विपक्ष की जबरदस्त नाराजगी सामने आई, जिसमें यूबीटी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का नाम भी शामिल है। ठाकरे ने भी जेपीसी के फैसले से असहमति जताते हुए इसका विरोध किया।
अवैध प्रवासियों को बताया सुरक्षा के लिए खतरा
भारत में अवैध बांग्लादेशी नागरिक और रोहिंग्याओं के बढ़ते प्रवेश पर महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा नेता नितेश राणे ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं का भारत में अवैध रूप से रहना एक बड़ी सुरक्षा समस्या है और यह समाज का इस्लामीकरण करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि भारत में अवैध प्रवासियों को रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान राणे ने कहा कि अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं का यहां रहना एक गंभीर सुरक्षा खतरा है। इससे मुंबई और देश को खतरा हो सकता है। उन्होंने इसे समाज पर नियंत्रण करने की कोशिश बताया। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि भाजपा के नेता मंगल प्रभात लोढ़ा और किरीट सोमैया मुंबई के हितों की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं।
अवैध प्रवासियों ने नहीं देनी चाहिए अनुमति-राणे
महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने कहा कि भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं को यहां रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्हें पाकिस्तान और बांग्लादेश में भेज दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम यहां ऐसी गंदगी नहीं चाहते। पाकिस्तान और बांग्लादेश में ऐसे लोग भेजे जाने चाहिए। एक भी बांग्लादेशी या रोहिंग्या यहां नहीं रहना चाहिए।
सुप्रिया सुले पर लगाया आरोप
सिद्धिविनायक मंदिर में ड्रेस कोड को लेकर एनसीपी नेता सुप्रिया सुले की आलोचना पर राणे ने उन पर हिंदुत्व का विरोध करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सुले को हिंदुत्व से एलर्जी है और उनका पसंदीदा विषय हिंदुओं से नफरत करना है। राणे ने यह भी पूछा कि क्या सुले ने कभी मुसलमानों द्वारा किए गए कट्टरपंथी कार्यों या महिलाओं पर अत्याचार के बारे में कुछ कहा है?
साथ ही राणे ने सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के ड्रेस कोड के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस फैसले को अन्य मंदिरों को भी अपनाना चाहिए। इस फैसले के तहत मंदिर में छोटी स्कर्ट और खुले कपड़े पहनने पर रोक लगाई गई है।