ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्रियों में बढ़ रही नाराजगी को दूर करने के लिए रेल प्रशासन ने नया रास्ता निकाल लिया है। रेलवे अब कई ट्रेनों के सफर की अवधि को बढ़ाने जा रहा है। इससे ट्रेन अब अपने गंतव्य स्टेशन पर देरी से पहुंचेगी, लेकिन तकनीकी रूप से ट्रेनों को लेट नहीं कहा जाएगा। उत्तर रेलवे में कुल 93 ट्रेनों की सफर अवधि को बढ़ाया जाएगा। इसमें दिल्ली पहुंचने वाली 18 ट्रेनें शामिल है। यह परिवर्तन 12 जुलाई से प्रभावी होगा।
संरक्षण कार्य और ढांचागत सुधार कार्य चलने के कारण पिछले कई महीनों से ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। जिससे यात्रियों में नाराजगी बढ़ रही है। रेलवे को अपनी छवि खराब होने का डर सता रहा है। इसलिए रेल प्रशासन ने यह तरीका अपनाने का निर्णय लिया है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह बदलाव अस्थायी है। जरूरी संरक्षण कार्य पूरा होते ही ट्रेनें अपने समय पर चलेंगी। यह बदलाव यात्रा के अंतिम चरण में किया गया है और इसके प्रस्थान समय में कोई परिवर्तन नहीं होगा।