ट्रंप प्रशासन में सर्वोच्च रैकिंग वाले भारतवंशी अधिकारियों में से एक सीमा वर्मा ने देश की स्वास्थ्य सेवा के एक शीर्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। जो बाइडन के अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के तौर पर शपथग्रहण से पहले 50 वर्षीय वर्मा ने सेंटर्स ऑफ मेडिकेयर एंड मेडिकेड सर्विसेज (सीएमएस) के प्रशासक का पद छोड़ दिया। उन्होंने गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपना इस्तीफा सौंपा।
बता दें कि वर्मा सीएमएस के इतिहास में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाली प्रशासक हैं। वर्मा का जन्म अमेरिका में हुआ था। लेकिन उनके माता-पिता पंजाब के रहने वाले हैं, जो बाद में अमेरिका में बस गए। उनके पति भी एक डॉक्टर हैं और भारतीय मूल के हैं। पिछले चार वर्षों से वर्मा इस पद थीं। वह स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित मुद्दों पर ट्रंप के करीबी विश्वासपात्रों में से एक रही हैं।
उन्हें ट्रंप ने पिछले वर्ष मई में व्हाइट हाउस कोरोना वायरस टास्क फोर्स के प्रमुख सदस्यों में से एक के रूप में नियुक्त किया था। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घातक बीमारी का मुकाबला करने के लिए इस कार्यबल का गठन किया था। वर्मा ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ‘जैसा कि अब ट्रंप प्रशासन का कार्यकाल समाप्त होने वाला है, मैंने अपना आधिकारिक इस्तीफा सौंप दिया है और अगले सप्ताह अगले प्रशासक को कार्यभार सौंपने की तैयारी कर रही हूं।’
पिछले चार वर्षों के दौरान सीएमएस की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, ‘लगभग चार वर्षो तक सीएमएस के प्रतिभाशाली और समर्पित कर्मचारियों के साथ काम करके अमेरिकी लोगों की सेवा करना एक सम्मान की बात है, जिसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगी।’ उनका इस्तीफा 20 जनवरी को प्रभावी होगा, जिस दिन बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यभार संभालेंगे।