अमेरिका में उस समय लोग हैरान हो गए जब उनके मोबाइल पर “Presidential Alert” लिखा मैसेज आया. स्थानीय समय अनुसार दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर लोगों को यह मैसेज मिला. मैसेज मिलने पर लोग यह सोचने पर मजबूर हो गए कि आखिर से “Presidential Alert” लिखा मैसेज है क्या
इस मैसेज को इंटिग्रेटेड अलर्ट एंड वॉर्निंग सिस्टम द्वारा भेजा गया था. यह मैसेज अमेरिका में हर उस फोन में पहुंचा, जिसके ऑपरेटर्स ने वायरलैस इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम में रजिस्टर करवाया हुआ था. कई लोगों ने सोचा कि इसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भेजा गया है. हालांकि ऐसा नहीं था.
यह मैसेज एक ड्रिल का हिस्सा था. इसे नैशनल वायरलैस इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम के टेस्ट करने के लिए भेजा गया गया था. मैसेज के साथ यह जानकारी भी भेजी गई कि “THIS IS A TEST of the National Wireless Emergency Alert System. No action is needed.” आपको बता दें कि “Presidential Alert” लिखे होने का मतलब है कि कोई राष्ट्रीय विपदा और इसे खासकर फेडरल इमरजेंसी मैनेजमेंट एजेंसी की ओर से भेजा गया था.
आपको बता दें कि अलर्ट सिस्टम की शुरुआत तत्कालिन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश द्वारा 2006 में हरिकेन कटरीना के आने के बाद शुरू किया गया था. 2005 में हरिकेन कटरीना से भारी तबाही हुई थी. इसे 2012 में लॉन्च किया गया था. बुधवार को पूरे अमेरिका में इसे पहली बार टेस्ट किया गया. पहले इसे 20 सितंबर को टेस्ट किया जाना था हालांकि हरीकेन फ्लोरेंस की वजह से इसे अब टेस्ट किया गया.
इस तरह के अलर्ट मैसेज भेजने का तरीका अलग होता है. कई बार तेज आवाज के साथ इसे भेजा जाता है, जिसमें तेज वाइब्रेशन भी होता है. फोन कोई भी मोड में हो यह तेज आवाज के साथ 2 बार अलर्ट मैसेज टोन बजता है. हालांकि ये उन्हीं मोबाइल ऑपरेटर्स के फोन पर आएगा जो पहले से इस सेवा के लिए रजिस्टर्ड हैं. वैसे लोग इस अलर्ट से खुद को बाहर रख सकते हैं हालांकि कुछ सरकारी अलर्ट से वह खुद को बाहर नहीं रख सकते और वह आएंगे ही.