New Delhi: एक ऐसा शख्स जो मल्टी टैलेंटेड एक्टर हैं, डायरेक्टर हैं, प्रोड्यूसर हैं, मार्शल आर्ट भी जानते हैं, स्क्रीनप्ले लिखते हैं, स्टंट कॉर्डिनेटर हैं और आजकल नेता भी बन गए हैं। जी हां- हम बात कर रहे हैं तेलुगु सिनेमा के मशहूर एक्टर पवन कल्याण की।10 साल की उम्र से शुरू की एक्टिंग, टीवी की वजह से टीन एज को करती हैं मिस
एक्टर पवन तेलुगु सिनेमा में पवन कल्याण नाम से मशहूर हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तव में उनका नाम पवन कल्याण नहीं बल्कि कोनिदेला कल्याण बाबू है। कोनिदेला कल्याण बाबू का नाम बाद में पवन कल्याण में बदल गया। चलिए बताते हैं कैसे कोनिदेला बने पवन कल्याण।
दरअसल, कोनिदेला यानि पवन को बचपन से ही एक्टिंग, और मार्सल आर्ट्स बेहद पसंद था। मार्शल आर्ट्स में वह इस कदर लोगों के बीच छाए कि लोगों ने उन्हें हनुमान का प्रतीक “पवन” का शीर्षक दे दिया। बस फिर क्या था वहां से उनका नाम बदल गया। लोग उन्हें पवन कल्याण कहने लगे। उनके फैंस भी उन्हें “पावर स्टार” कहते हैं। आज पूरे इंडस्ट्री में पवन कल्याण को नाम हर किसी के जुबान पर है।
पवन कल्याण की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि लोग उन्हें तेलुगु सिनेमा के अमिताभ बच्चन कहने लगे। बड़े-बड़े एक्टर भी पवन के काम की तारीफें करने लगे। इतना ही नहीं सुपरस्टार रजनीकांत ने खुद भविष्यवाणी की थी कि वह आने वाले सालों में एक सुपरस्टार होंगे।
2 सितंबर 1971 को जन्में पवन कल्याण कई तेलुगू फिल्में कर चुके हैं और मार्च 2014 में यह जन सेना पार्टी बना कर राजनीति में आए। इन्होंने अभिनय की शुरुआत तेलुगू फिल्म अककड़ा अम्माई इककड़ा अब्बाई से किया। बता दें कि पवन कल्याण अभिनेता, निर्माता, निर्देशक, पटकथा लेखक, लेखक और राजनीतिज्ञ हैं। पवन कल्याण सुपरस्टार चिरंजीवी के छोटे भाई हैं। जंजीर वाले राम चरन तेजा के चाचा हैं। अल्लू अर्जुन भी इनके रिश्तेदार हैं।
2013 में फोर्ब्स इंडिया की 100 टॉप सेलिब्रिटीज़ में पवन कल्याण को 26वीं रैंक मिली थी। पवन की पहली फिल्म ‘अक्कड़ अम्माई लक्कड़’ 1996 में आई थी। 1998 में पवन ने ‘ठोली प्रेमा’ की। इस फिल्म ने उस साल नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी जीता।2013 में इनकी फिल्म ‘अट्ठारिनकी दारेधी’ रिलीज होने के पहले ही इंटरनेट पर लीक हो गई थी। इसके बाद भी इस फिल्म ने तेलुगू फिल्मों में कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसके रिकॉर्ड को बाद में ‘बाहुबली द बिगनिंग’ ने तोड़ा।
आपको जानकर हैरानी होगी कि पवन कल्याण तीन बार घोड़ी चढ़े। 1997 में इनकी शादी नंदिनी से हुई। 2009 में इनकी दूसरी शादी रेणु देसाई से हुई। 2013 में पवन ने अन्ना लेजहनेवा से शादी कर ली।ऐसा नहीं है कि पवन ने सिर्फ टॉलीवुड फिल्में ही की हैं उन्होंने बॉलीवुड फिल्म ‘लव आज कल’ और ‘दबंग’ के तेलुगू रीमेक में भी काम किया है। फिल्मों में काम करते करते पवन नेता बन गए।
साल 2014 में पॉलिटिकल पार्टी भी बना ली। इनकी पार्टी का नाम ‘जन सेना’ है। मोदी की पार्टी संग चुनाव लड़े तो भईया चिरंजीवी से खटपट भी हो गई। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता, पवन कल्याण एक अभिनव कौशल के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में, जब अभिनेता से वह राजनेता बने और लोकसभा चुनाव लड़े तो वह Google पर सबसे अधिक सर्च किए जाने वाले सेलिब्रिटी उम्मीदवार की सूची में सबसे ऊपर थे।
पवन कल्याण की सबसे खास बात ये है कि एक सुपरस्टार होते हुए भी उन्हें सादा जीवन बेहद पसंद है। पवन को खेती का बड़ा शौक है। वो खाली वक्त मिलने पर अपने फॉर्म हाउस पर खेती करते हैं। साल 2012 की बात है जब लोगों के बीच पवन खूब सुर्खियां बटोर रहे थे।
ये उन दिनों की बात है जब पवन कल्याण ने ओलंपिक स्पोर्ट्स शूटर रेखा चालीश्मला को इलाज के लिए 5 लाख रूपए दान दिए थे। फिर साल 2013 में, उन्होंने उत्तराखंड बाढ़ में पीड़ितों की मदद की थी, जिसमें 20 लाख रुपए दान किया। आंध्र प्रदेश में हुदहुद चक्रवात में राहत कार्यों के लिए 50 लाख रुपए दान में दिए।