20 जनवरी को जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. साथ ही कमला हैरिस भी उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी. शपथ ग्रहण समारोह के लिए वाशिंगटन डीसी में अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
पहली बार 25 हजार अमेरिकी सैनिकों की तैनाती वाशिंगटन में होने जा रही है. जैसे कि ये शपथ ग्रहण समारोह न हुआ, जंग का मैदान हो गया.
अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी एफबीआई को ऐसे इनपुट मिले थे कि ट्रंप के समर्थक वाशिंगटन ही नहीं अमेरिका के 50 राज्यों की राजधानियों में बवाल कर सकते हैं. लिहाजा व्हाइट हाउस को अभेद्य दुर्ग में तब्दील कर दिया गया. हिंसा की आशंका और कोविड को देखते हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम में काफी बदलाव किए गए हैं.
बता दें कि सुरक्षा अधिकारी बीते छह जनवरी को अमरीकी संसद भवन पर हुए भीड़ के हिंसक हमले जैसी घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कमर कस के तैयार हैं। यूनाइटेड स्टेट मार्शल सर्विस ने राजधानी वाशिंगटन डीसी में चार हजार अधिकारियों को तैनात करने का फैसला किया है। सुरक्षा के मद्देनजर मेजेस्टिक नेशनल मॉल को भी बंद कर दिया गया है। मेजेस्टिक नेशनल मॉल में शपथ ग्रहण समारोह के दौरान हजारों लोग मौजूद रहते हैं। इसके अलावा सभी राज्यों के विधानसभा भवनों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।
बता दें कि सुरक्षा जांच एजेंसी FBI ने अपने आंतरिक बुलेटिन में वाशिंगटन डीसी तथा सभी 50 राज्यों के संसद भवनों में हिंसा की आशंका जताई है। हिंसा की आशंका के मद्देनजर अंतर्राष्ट्रीय कॉफी चेन स्टारबक्स ने न्यूयॉर्क शहर स्थित अपने कुछ आउटलेट को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है। जबकि न्यूयॉर्क पुलिस विभाग ने एहतियातन कई महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
बता दें कि बीते 6 जनवरी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने संसद भवन में हिंसक हमले को अंजाम दिया था। इस हमले में 5 लोगों की जान चली गई थी। अमरीका के इतिहास में ऐसा पहली बार था जब संसद भवन पर हमला किया गया था।