शराब घोटाले के आरोपों की वजह से जेल में बंद आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने नया लेटर लिखा है। लेटर में कविता के जरिए शिक्षा का महत्व बताते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है। हालांकि, उन्होंने इसमें किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन उन्हीं शब्दों का इस्तेमाल किया गया है जिनके जरिए आम आदमी पार्टी और इसके संयोजक अरविंद केरीवाल इन दिनों पीएम मोदी पर हमले करते हैं।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे ट्वीटर पर जारी किया जिसमें शीर्षक लिखा है, ‘जेल से मनीष सिसोदिया की चिट्ठी देश के नाम।’ सिसोदिया का यह लेटर ऐसे समय पर सामने आया है जब शुक्रवार को ईडी की उस चार्जशीट पर सुनवाई होने जा रही है, पूर्व मंत्री को आरोपी बनाया गया है।
24 लाइनों की कविता की शुरुआत में लिखा गया है, ‘अगर हर गरीब को मिली किताब, तो नफरत की आंधी कौन फैलाएगा। सबके हाथों में मिल गया काम तो सड़कों पर तलवार कौन हराएगा।’ वहीं अंतिम पंक्तियों में लिखा गया है, ‘दिल्ली और पंजाब के स्कूलों में हो रहा शंखनाद पूरे भारत में अच्छी शिक्षा की अलख जगाएगा। जेल भेजो या फांसी दे दो, ये कारवां रुक नहीं पाएगा। अगर बढ़ गया हर गरीब का बच्चा, राजमहल तुम्हारा छिन जाएगा।’
पोस्टर के रूप में जारी किए गए लेटर पर नीचे मनीष सिसोदिया का नाम लिखा है और उनकी तस्वीर भी लगाई गई है। हालांकि, एक बार फिर इस पर डेट नहीं लिखी है। इससे पहले भी सिसोदिया के कुछ खत सामने आए हैं। भारतीय जनता पार्टी सवाल उठाती रही है कि इन पर तारीख क्यों नहीं लिखी होती है। दिल्ली के कथित शराब घोटाले में घिरे मनीष सिसोदिया को फरवरी के अंत में गिरफ्तार किया गया था। पहले सीबीआई और फिर ईडी की ओर से गिरफ्तार किए गए सिसोदिया इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं। पत्नी के बीमार होने का हवाला देकर उन्होंने जमानत मांगी है, लेकिन अभी तक हर कोर्ट से निराशा ही हाथ लगी है।