NEW DELHI: आईसीसी महिला विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में छह बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत की हीरो रहीं भारतीय बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर ने कहा कि वो इस मौके को गवाना नहीं चाहती थी बल्कि इस मौके का पूरा फायदा उठाकर खुद को साबित करना चाहती थी, जो करप्लेयर ऑफ द मैच बनीं 28 वर्षीय हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा कि पूरे टूर्नामेंट में मुझे ठीक से बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। लेकिन जब इस मैच में मेरे पास मौका आया तो मैं इसका पूरा फायदा उठाना चाहती थी और खुद को साबित करना चाहती थी।आगे हरमनप्रीत ने कहा कि मेरी योजना इस मैच में काफी सामान्य थी कि गेंद को देखो और उसे हिट करो। मैं जानती हूं कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज अच्छी दिशाओं में गेंदबाजी कर रही थीं लेकिन मैं केवल स्ट्राइक रोटेट करते हुए बड़ा स्कोर करना चाहती थी।पांचवें नंबर पर मौजूद दीप्ति शर्मा ने हरमनप्रीत को एक छोर पर टिके रहकर रन बनाने में काफी सहयोग दिया और दोनों बल्लेबाजों ने 137 रन की साझेदारी निभाई। हरमनप्रीत ने कहा मैंने दीप्ति को कहा था कि वह केवल स्ट्राइक रोटेट करें और खुद पर रन बनाने का दबाव न लें। मैं गेंद को हिट कर रही हूं और स्ट्राइक मेरे पास रखें बाकी रन बनाने की जिम्मेदारी मैं निभाऊंगी। दीप्ति ने वैसा ही किया और मेरी काफी मदद की।चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरी हरमनप्रीत ने 115 गेंदों में 20 चौके और सात छक्के लगाकर नाबाद 171 रन की अविश्वसनीय पारी खेलते हुए भारत को 42 ओवर के मैच में 281 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया था। इस मैच में गेंदबाजों ने भी जबरदस्त खेल दिखाते हुए आस्ट्रेलिया को 245 पर ढेर कर फाइनल में जगह बना ली जहां वह खिताब के लिए इंग्लैंड से भिड़ेगी।