बीते रविवार सुबह आंध्र के विजयवाड़ा में एक कोविड केयर सेंटर में आग लग गई. उसके बाद से अब तक खलबली मची हुई है. जी दरअसल उस हादसे में 10 कोविड मरीजों की मौत हो गई थी और आपको यह भी पता ही होगा कि यह कोविड केयर सेंटर स्वर्ण पैलेस नाम के होटल में चल रहा था. इस होटल में करीब 31 मरीज रखे गए थे, और उन सभी मरीजों से रहने खाने के लिए हर रोज 5 हजार रुपये लिए जा रहे थे. इस बात का खुलासा हाल ही में हुआ है. स्वर्ण पैलेस के बारे में बात करें तो यह विजयवाड़ा के 43 होटलों में से एक है जिन्हें प्राइवेट अस्पतालों ने कोरोना मरीजों को रखने के लिए लीज पर लिया है.
अब बात करें कोरोना के संक्रमण के बारे में तो आंध्र प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और लगातार फैलता ही चला जा रहा है. यहां के कई होटल हैं जो इसके दुष्प्रभाव से बच नहीं सके हैं. ऐसे में अब आंध्र प्रदेश और पड़ोसी राज्य तेलंगाना में ‘कोविड केयर सेंटर’ के रूप में इनका व्यवसाय दोबारा से फैलता चला जा रहा है. इन सभी में ऐसे सैकड़ों लोगों की देखभाल की जा रही है जो यहां रहकर इलाज कराने या क्वारंटीन की सुविधा का खर्च उठा रहे हैं. हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार तेलंगाना सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल्स असोसिएशन के एक अधिकारी ने बताया, ‘यहां रहने का पैकेज प्रति रोगी 1500 रुपये प्रतिदिन से शुरू होता है. होटल की क्वॉलिटी के अनुसार यह महंगा होता जाता है. स्टार होटल तो 5 से 8 हजार रुपये प्रतिदिन तक वसूल रहे हैं.
यह केवल रहने-खाने का खर्च है. इलाज का खर्च अस्पताल अलग से वसूलते हैं और यह सब अडवांस में देना पड़ता है.’ इसके अलावा तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री ई राजेंद्र ने कहा कि ‘कुछ मामलों में देखा गया है कि ऐसे प्राइवेट अस्पताल, जिन्होंने होटलों के साथ टाइअप किया है वह ‘कोविड-19 पैकेज’ नाम पर बहुत ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं.’