कमल विहार के रहने वाले पूर्व निगम कर्मचारी जोगिन्द्र कुमार ने ट्रेन के सामने जाकर आत्महत्या कर ली, मृतक से बरामद हुए सुसाइड नोट व उसके बेटे के बयानों के आधार पर पुलिस ने कांग्रेसी नेता नीलकंठ जज सहित 6 लोगों पर एफ.आई.आर. दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
मामला पैसों के लेनदेन से जुड़ा हुआ है। सुसाइड नोट में मृतक ने लिखा है कि पैसे वापस लौटाने के बावजूद चैक लगाकर उसे परेशान किया जा रहा था। आत्महत्या का घटनाक्रम कमल विहार के बशीरपुरा वाले रेल ट्रैक पर सुबह 8 बजे के करीब घटित हुआ। डैड बॉडी मिलने के बाद वहां भीड़ उमड़ गई।
ट्रेन के साथ हुए हादसे के चलते नगर निगम के पूर्व जे.ई. जोगिन्द्र कुमार की मौके पर मौत हो गई। रेलवे से संबंधित होने के चलते जी.आर.पी. थाने द्वारा मामले की कार्रवाई की जा रही है। इसमें फाइनांसरों से तंग आकर आत्महत्या करने की तस्वीर बनाकर देखी जा रही है। तथ्य जुटाकर अगली कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।
रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित जी.आर.पी. थाने द्वारा जोगिन्द्र कुमार द्वारा लिखित सुसाइड नोट व उसके बेटे के बयानों के आधार पर भारतीय न्याय सहिता (बी.एन.एस.) की धारा 108 के तहत एफ.आई.आर. नंबर 71 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें नीलकंठ जज, मंजिदर सिक्का, आशु, सतपाल, मनीष शर्मा, रमन कुमार, सोहन लाल सभी निवासी जालंधर का नाम शामिल है। इनमें नीलकंठ जज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता है, जबकि दूसरे व्यक्ति की पहचान के बारे में पुलिस द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
आत्महत्या के लिए उकसाने से जुड़ा है 108 बी.एन.एस.
पुलिस द्वारा बी.एन.एस. 108 के तहत मामला दर्ज किया गया है जोकि आत्महत्या के लिए उकसाने से जुड़ा बताया गया है। उक्त घटनाक्रम को लेकर 306 हटाने की बात चर्चा का विषय बन गई, इसपर पुलिस ने बताया कि आई.पी.सी. के स्थान पर अब बी.एन.एस. लगाई जा रही है।
सुसाइड नोट के आधार पर हुई कार्रवाई: भिंडर
जी.आर.पी. के एस.एच.ओ. पलविंदर सिंह भिंडर ने कहा कि सामने आए घटनाक्रम में सुसाइड नोट व मृतक के बेटे द्वारा दिए गए बयानों के आधार पर एफ.आई.आर. दर्ज की गई है, आरोपी पर जल्द से जल्द बनती कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी हुआ था आत्महत्या प्रकरण
इससे पहले भी आत्महत्या का एक घटनाक्रम हुआ था जिसमें जोगिन्द्र कुमार का नाम जुड़ा था। उस वक्त आत्महत्या करने वाले द्वारा जिन लोगों का नाम लिखा गया था, उनमें जोगिन्द्र कुमार का नाम भी सामने आया था। पूर्व समय के दौरान उक्त मामला काफी चर्चा का विषय बना था।