नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के विरोध में दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से राजघाट तक मार्च निकाला जा रहा था.
जहां एक शख्स सरेआम पुलिस की मौजूदगी में गोली चला रहा था. इस घटना पर यूपी के पूर्व पुलिस महानिदेशक विक्रम सिंह ने कहा कि अगर वे मौके पर होते तो हमलावर के पांव पर गोली चलाते और उसे काबू करते.
उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व महानिदेशक विक्रम सिंह ने बात करते हुए कहा कि वे इस घटना से निराश हैं. उनका कहना है कि उन्हें दिल्ली पुलिस से काफी उम्मीद थी. लड़के ने 20 सेकेंड का मौका दिया. हथियार चमकाया. नारेबाजी की. गोली चलाई. ऐसे में इसे ओवर पावर करके काबू किया जा सकता है.
लेकिन ऐसा नहीं हुआ. पुलिस कमिश्नर से कहना चाहूंगा. जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ करें. मूक दर्शक बने रहे तो इसकी तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति होगी. अभी 8 फरवरी में काफी वक्त है.
पूर्व महानिदेशक विक्रम सिंह ने कहा कि इस लड़के की तैयारी देखें. हथियार लेकर आया. पुलिस की तैयारी में कमी थी. उसमें परिवर्तन करने की ज़रूरत है. उसने अवैध हथियार लहराया. जो शब्द बोल रहा है, उनकी मनोचिकित्सक जांच होनी चाहिए. उसके दिमाग में इतना जहर कहां से आया. किसने उसे ऐसा करने के लिए उकसाया.
विक्रम सिंह ने साफ कहा कि अगर वो ऐसे हालात में होते तो टूट पड़ते, उसे काबू करते. अगर नहीं मानता तो घुटने के नीचे गोली मारते. उसे निष्क्रिय करते. अगर उसकी तस्वीरें देखें तो पता चलता है कि उसने तीसरे बटन से ऊपर गोली चलाई.
लेकिन उसने मारने की नीयत से गोली चलाई. ये इस हथियार बारे में पढ़ कर आया था. ये खतरनाक तैयारी से आया था. इसके हाथ में कंट्रीमेड हथियार है. ये कहां से आया. कारतूस कहां से आए. बच्चों से कहना चाहूंगा. ऐसी हरकतों से बाज आए.
घटना गुरुवार दोपहर की है. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के विरोध में दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी से राजघाट तक मार्च के दौरान एक शख्स ने फायरिंग की. जामिया इलाके के पास एक सनकी युवक ने गोली चला दी, जिसमें एक छात्र घायल हो गया.
पुलिस से पूछताछ में हमलावर अपना नाम गोपाल बता रहा है. साथ ही खुद को रामभक्त भी बता रहा है. पुलिस हमलावर के दावे की जांच कर रही है. घायल छात्र की पहचान शादाब के तौर पर हुई है.
वह जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में मास कम्युनिकेशन का छात्र है. हैरान करने वाली बात यह है कि इतनी कड़ी सुरक्षा के व्यवस्था के बाद भी गोली चली. पूरे मार्च वाले इलाके में भारी मात्रा में पुलिस बलों की तैनाती है फिर भी आरोपी युवक ने खुलेआम बंदूक से गोली चलाई.
घटनास्थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि आदमी ने खुलेआम हथियार लगाया लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. प्रदर्शनकारियों की ओर शख्स आगे बढ़ रहा था.
इस दौरान पुलिस महज चुप्पी साधे हुए देखते रही. साउथ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि युवक खुले में पिस्टल लहराता दिख रहा है. हमारे पास जो वीडियो है, उसकी जांच हम कर रहे हैं.
युवक से पूछताछ की जा रही है. घायल युवक के नाम की भी जानकारी अभी सामने नहीं आई है. मामले की जांच जारी है. आरोपी से पूछताछ की जा रही है.