जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि उनकी पार्टी ‘यूनिफिकेशन चर्च’ से अपने रिश्ते तोड़ेगी। इसके साथ ही किशिदा ने राजनीति से लोगों का भरोसा उठने के लिए माफी मांगी। मामला पिछले महीने पूर्व पीएम शिंजो आबे की हत्या से जुड़ा है।
दरअसल, पिछले महीने पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिसके बाद से किशिदा की ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ के सदस्यों और दक्षिण कोरियाई चर्च के बीच संबंधों का खुलासा हुआ था। इनमें से कई सदस्य आबे के गुट से जुड़े थे।
हत्या के आरोपी तेत्सुया यामागामी ने पुलिस को बताया था कि उसने आबे की हत्या इसलिए की क्योंकि वह चर्च से जुड़े थे। यामागामी ने एक कथित पत्र में कहा था कि उसकी मां चर्च को ढेर सारा पैसा दान देती थी जिससे उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई थी।
किशिदा ने कहा कि धार्मिक समूहों को जहां कड़ाई से कानून का पालन करना चाहिए वहीं, नेताओं को समूहों और सामाजिक समस्याओं को लेकर बेहद सावधानी से निर्णय लेना चाहिए।
प्रधानमंत्री के मंत्रिमंडल और अन्य अहम पदों पर बैठे लोगों ने चर्च के साथ अपने संबंधों की समीक्षा करने और संबंध तोड़ने पर सहमति जताई है। किशिदा ने कहा कि चर्च के साथ पार्टी के जुड़ाव को लेकर जनता के मन में उपजी चिंताओं के लिए “एलडीपी के अध्यक्ष के तौर पर मैं माफी मांगता हूं।”