वजाइना से जुड़ी कुछ बेहद दिलचस्प बातें हैं जिन्हें आप शायद ही जानते होंगे. सेक्स और प्राइवेट पार्ट्स को लेकर कई तरह की जानकारी सामने आती रहती है. आपको बता दें, ये बातें वजाइना की हेल्थ, सेक्स और सेक्शुअल सेटिस्फेक्शन से जुड़ी हैं. एक लिमिट तक वजाइना अपनी सफाई और सेहत का ध्यान खुद रखती है. तो जानकारी दे दें, पेनिस की तरह वजाइना में भी इरेक्शन होता है. जानिए इसके बारे में.
वजाइना पेनिस को खींचती है
वजाइनल मसल्स बहुत सॉफ्ट लेकिन बहुत स्ट्रॉन्ग होती हैं. आपने शायद कभी गौर किया भी हो कि सेक्स के दौरान वजाइना की इनर मसल्स पेनिस को अपनी तरफ खींचती हैं. यह स्थिति ना केवल सेक्स के वक्त उत्तेजना बढ़ाती है बल्कि ऑर्गेज़म तक पहुंचाने में भी मददगार है.
पेनिस की तरह वजाइना भी
ये जानकर हैरानी होगी कि पेनिस की तरह वजाइना में भी इरेक्शन होता है. ये और बात है कि वजाइना का इरेक्शन हम देख नहीं पाते लेकिन उत्तेजना के उन पलो में वजाइना भी वैसे ही रिऐक्ट करती है जैसे पेनिस. हालांकि पुरुषों की तुलना में महिलाओं को इरेक्शन की स्टेज तक आने में वक्त लगता है. वजाइना इरेक्ट होते वक्त क्लिटोरिस हल्की मोटी और कुछ स्वैलिंग जैसी साथ ही अधिक सेंसेटिव हो जाती है.
वजाइना अपनी सफाई खुद करती है
अगर आपकी वजाइना से सीमित मात्रा में वाइट डिस्चार्ज हो रहा है. इसमें किसी तरह की स्मेल या इसकी वजह से इचिंग, बर्निंग जैसी समस्या आपको नहीं हो रही है तो यह इस बात का संकेत है कि आपकी वजाइना स्वस्थ है और अंदर की सफाई खुद कर रही है. ऐसा वाइट डिस्चार्ज हानिकारक बैक्टीरिया को यूट्रस तक जाने से रोकता है. हां, बाहरी हिस्से की सफाई आप इंटिमेट या वजाइनल वॉश से करती रहें.
कॉन्डम और टैम्पून्स से सुरक्षा
अगर आपको कभी इस बात का डर सताता है कि पीरियड्स के दौरान टैंम्पून और सेक्स के वक्त कॉन्डम अंदर जाकर आपके यूट्रस या दूसरे बॉडी पार्ट को हर्ट कर सकता है तो परेशान ना हों. क्योंकि वजाइना और यूट्रस के बीच सर्विक्स (गर्भाश्य ग्रीवा) एक बैरियर की तरह काम का करती है.