61 साल की उम्र में एक महिला ने अपनी पोती को जन्म दिया है। जन्म के बाद दादी और पोती दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं। यह अजूबा हुआ है नेब्रास्का में। जानकारी के अनुसार यहां रहने वाले मैथ्यू एल्ज और इलिओट डॉटरी एक समलैंगिक जोड़ा हैं। दोनों अपनी जिंदगी में एक बच्चा चाहते थे। इस काम में मैथ्यू की मां ने उनकी मदद की।
मैथ्यू की मां ने उनकी ख्वाहिश पूरा करने की इच्छा जताई। कई तरह की जांच और तैयारियों के बाद ओहामा यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का मेडिकल सेंटर के चिकित्सकों ने इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। मैथ्यू के वीर्य और इलिओट की बहन ली यार्बी के अंडों का इस्तेमाल किया गया। आईवीएफ के जरिए चिकित्सकों ने भ्रूण का निर्माण किया और जिसकी मदद से मैथ्यू की मां ने इस उम्र में अपनी पोती को जन्म दिया।
मैथ्यू की मां ने कहा, इस पल को लेकर उन्हें कोई हिचकिचाहट नहीं हुई। वहीं, मैथ्यू ने कहा कि अगर आप समलैंगिक हैं, शादीशुदा हैं और बच्चा चाहते हैं तो आप एक खास तरीके से अपना परिवार बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक अनोखा तरीका है परिवार के निर्माण का। जिस तरह से सारी प्रक्रियाएं हुई उससे हम काफी खुश हैं। हमलोग इस बात से काफी खुश हैं कि दादी और पोती दोनों स्वस्थ हैं। दोनों अस्पताल में हैं।
उन्होंने इस सफलता के लिए अस्पताल के चिकित्सकों का भी शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की पूरी टीम, लैब तकनीशियन और सभी नर्सों ने बेहतरीन तरीके से काम किया। तभी ही यह मुमकिन हो सका। अब कुछ समय तक हम आराम करेंगे और इस पल की खुशी मनाएंगे।
जटिलता का जोखिम
मैथ्यू की मां ने भले ही 61 साल की उम्र में मां बनने का फैसला किया, लेकिन इस उम्र में मां बनने की राह में कई परेशानियां थीं। पहले तो परिचितों ने उन्हें इस फैसले को लेकर बहुत भला-बुरा कहा। फिर उम्र के इस पड़ाव पर गर्भ धारण करने की जटिलताएं अपनी जगह थीं। मैथ्यू की मां पूरे गर्भावस्था के दौरान खास डॉक्टरों की टीम की निगरानी में रहीं।