प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने छह दिवसीय विदेश दौरे पर जर्मनी पहुंचे, जहां उन्होंने जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल से मुलाकात की. जर्मन चांसलर के साथ प्राइवेट डिनर के दौरान अनौपचारिक वार्ता के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने ने इस वार्ता पर संतोष जताया. वहीं, चार देशों के दौरे के पहले पड़ाव पर जर्मनी पहुंचे मोदी ने यूरोप से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने की अपील की.
जर्मन अखबार ‘हैंडेल्सब्लाट’ को दिए इंटरव्यू में मोदी ने कहा कि आतंकवाद से यूरोप बहुत बुरी तरह प्रभावित हुआ है. आंतकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. लिहाजा इसके खतरे से निटपने के लिए संयुक्त राष्ट्र की अगुवाई में वैश्विक बल विकसित करने में यूरोप को नेतृत्व करना चाहिए, ताकि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर प्रभावी कार्रवाई की जा सके.
जर्मनी को भारत मानता है अहम भागीदार
भारत-जर्मन संबंध के सवाल पर मोदी ने कहा कि भारत ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्किल इंडिया’, ‘स्टार्टअप इंडिया’, ‘क्लीन इंडिया’ और स्मार्ट सिटी जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों में जर्मनी को महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में देखता है. हम जर्मन मितलस्टैंड यानी छोटो और मध्यम उद्यमियों को मेक इन इंडिया में भागीदार बनाने के इच्छुक हैं. हम भारत की विकास की कहानी में हिस्सा लेने वाले उद्यमियों को अनुकूल बिजनेट माहौल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
जर्मनी कंपनियों के लिए बनाया प्लेटफॉर्म
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने भारत में निवेश और जर्मन कंपनियों को समर्थन देने के लिए प्लेटफॉर्म तैयार किया है. भारत-जर्मनी के शीर्ष नेतृत्व भी मजबूत आर्थिक द्विपक्षीय संबंधों को लेकर प्रतिबद्ध है. मैं इस भागीदारी को लेकर बेहद आशान्वित हूं.’ जुलाई में जर्मनी की ओर से G-20 समिट की मेजबानी करने के मसले पर मोदी ने कहा कि भारत इसके समर्थन के लिए पूरा समर्थन देने की पेशकश करता है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समन्वय और वित्तीय मामले के लिए G-20 अहम मंच के रूप में उभरा है. लिहाजा हमें उम्मीद है कि G-20 वैश्विक विकास को आगे बढ़ाने में सक्षम होगा.