अगर कहा जाए कि इसके बिना हम सम्पूर्ण जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं, तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। इस कारण से इससे जुड़ी बहुत सारी ऐसी बातें होती हैं जिनके बारे में हमें पता नहीं होता। इसका एक कारण यह भी है कि समय-समय पर सेक्स और उससे जुड़े पहलुओं पर शोध होते रहे हैं।
हम आपको ऐसे ही शोधों और अध्ययनों के दिलचस्प निष्कर्ष बता रहे हैं जिनसे आपकी सेक्स संबंधी जानकारी में बढ़ोतरी होगी और साथ ही आपको सेक्स के बारे में कुछ दिलचस्प बातें भी जानने को मिलेगी।
ऐसे पुरुष जिनके अनेक औरतों से सेक्स संबंध होते हैं, वे सेक्स को बहुत महत्वपूर्ण तो मानते हैं लेकिन ऐसे पुरुष अपने संबंधों से कभी पूरी तरह संतुष्ट नहीं हो पाते हैं।
एक अध्ययन के अनुसार नीली आंखों वाले पुरुष नीली आंखों वाली स्त्री को ही पसंद करते हैं। पर अगर उनके बच्चे की आंखों का रंग नीला नहीं होता तो वे सोचते हैं कि उनकी पार्टनर ने उनके साथ धोखा कर किसी ओर के साथ सेक्स संबंध बनाए हैं।
महिलाएं मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान या उसके ठीक पहले सुखद चरम का अनुभव करती हैं। इसका कारण है कि उस समय उनके पेल्विक एरिया में रक्त संचार बढ़ जाता है।
सामान्यत ऐसा समझा जाता है कि महिलाओं की गर्भावस्था के दौरान सेक्स की इच्छा खत्म हो जाती है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की सेक्स इच्छा या तो बढ़ जाती है या पहले जैसी ही होती है।
एक शोध के अनुसार कॉलेज के समय जो लड़के सेक्स में लिप्त रहते हैं, वे डिप्रेशन (अवसाद) का शिकार हो जाते हैं, जबकि कॉलेज टाइम में सेक्स न करने वाले विद्यार्थी नार्मल रहते हैं।
मनोवैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक शोध में पता चला है कि पुरुष किसी भी दूसरे रंग के मुकाबले लाल रंग के परिधान में महिलाओं की ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं।
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एक अध्ययन के अनुसार जिन महिलाओं में अपनी भावनाओं को समझने के साथ-साथ अपने आसपास रहने वाले लोगों की भावनाओं व जरूरतों की समझ हो तो ऐसी महिलाएं सेक्स में अच्छी पार्टनर साबित होती हैं।
सेक्स के दौरान पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं ज्यादा कल्पनाशील हो जाती हैं। इस तरह की सेक्सुअल फेंटेंसी से जहां उन्हें संतुष्टि मिलती है तो दोनों के आपसी संबंध भी मजबूत बनते हैं।
जो पुरुष ज्यादातर सेक्सुअल फेंटेसी में रहते हैं, वे अपने रोमांटिक रिलेशनशिप से कम संतुष्ट रहते हैं। एक अध्ययन के अनुसार पुरुष रात्रि की नींद के दौरान औसतन 5-7 बार उत्तेजना महसूस करते हैं।
सप्ताह में दो या तीन बार सेक्स करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है।
हर पुरुष प्रति सात सेकेंड में सेक्स के बारे में जरूर सोचता है।
ज्यादा सेक्स करने वाले पुरुषों की दाढ़ी अपेक्षाकृत तेजी से बढ़ती है।
रोमांटिक उपन्यास पढने वाली औरतें ऐसे उपन्यास न पढ़ने वाली औरतों की तुलना में सेक्स का ज्यादा आनंद उठा सकती हैं।
यदि सेक्स में रुचि कम हो गई है तो स्केटिंग या किसी अन्य एक्सरसाइज करने से दोबारा सेक्स इच्छा जाग जाती है।
पुरुष और महिलाएं दोनों ही एक एक दिन में कई बार ऑर्गेज्म (चरम सुख का अनुभव) कर सकते हैं।
अक्सर कहा जाता है कि महिलाओं को सेक्स के लिए उत्तेजित होने में कम से कम 20 मिनट लगते हैं, लेकिन एक शोध में पता चला है कि किसी पुरुष की कल्पना और फोरप्ले से महिलाएं 10 मिनट में ही उत्तेजित हो जाती हैं।
अगर किसी महिला में सेक्स उत्तेजना पैदा नहीं होती है तो एक बार बर्थ कंट्रोल पिल्स को बदलकर देखें। कई बार अलग-अलग पिल्स में पाए जाने वाले हार्मोन्स सेक्स की उत्तेजना को प्रभावित करते हैं।
एंकलबोन के नीचे एड़ी में सर्कुलर मसाज करने से सेक्सुअल उत्तेजना बढ़ती है।
एक सर्वे के अनुसार कपल्स की सेक्स के लिए सबसे पसंदीदा जगह बेडरूम के बाद कार है। युवा बेडरूम के बाद कार में सेक्स करना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।