जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट पर लगी पाबंदियों के बावजूद आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए आतंकवादी इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. आतंकी और राष्ट्रविरोधी तत्व इन घटनाओं को अंजाम देने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क यानि वीपीएन का इस्तेमाल कर रहे है.
जम्मू-कश्मीर में 15 फरवरी तक सिर्फ वाइट लिस्टेड वेबसाइट्स को 2जी पर देखा जा सकेगा. इसके साथ ही सभी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर प्रतिबंध जारी रहेगा.
अपने आदेश में जम्मू-कश्मीर के ग्रह विभाग ने कहा ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवा 15 फरवरी तक जारी रहेगी लेकिन उपभोक्ता सिर्फ पहले से जारी की गयी वाइट लिस्टेड वेबसाइट्स को ही देख पाएंगे और सभी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर प्रतिबंध जारी रहेगा.
आदेश में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर में जारी मोबाइल इंटरनेट के प्रतिबंधों की समीक्षा करीब एक सप्ताह के बाद की गयी. जिसमें जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा हालातों का विशेष तौर पर जायजा लिया गया.
जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा संबंधी हालातों के चलते 15 फरवरी तक या उससे पहले अगला आदेश आने तक 2 जी मोबाइल इंटरनेट को कुछ प्रतिबंधों के साथ जारी रखा गया है.
इस आदेश में कहा गया है कि इंटरनेट पर लगी पाबंदियों के बावजूद आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है.