ये साबित तथ्य है कि कश्मीर में हिंसा फैलाने के लिए आतंकियों को पाकिस्तान से फंड और हथियार मिलता है. पाकिस्तान आर्मी आतंकियों को घुसपैठ के लिए कवर फायर देती है. सीजफायर का उल्लंघन आतंक को प्रश्रय देने की पाकिस्तान की रणनीति का अहम हिस्सा है.केंद्र सरकार ने स्कूली बच्चों को दी भारी बस्तों से दी बड़ी राहत….
लेकिन इस पूरे खेल में अब चीन शामिल है! शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर में चीन के टांग अड़ाने की बात कही है.
महबूबा ने गृहमंत्री को 10 जुलाई को अमरनाथ यात्रा पर हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर की स्थिति के बारे में जानकारी दी. 30 मिनट तक चली इस मुलाकात में दोनों नेताओं ने सुरक्षा व्यवस्था पर बात की और साथ ही श्रद्धालुओं और टूरिस्टों को सुरक्षित माहौल देने पर भी चर्चा हुई.
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गृहमंत्री और महबूबा ने अमरनाथ हमले की जांच की दिशा और प्रगति पर भी बात की. मुलाकात के बाद महबूबा ने कहा कि अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं पर हुए हमले पूरे देश में दंगा भड़काने की साजिश का हिस्सा थे.
महबूबा ने कहा कि कश्मीर में लॉ एंड ऑर्डर की लड़ाई लड़ रहे हैं. जब तक पूरा मुल्क और राजनीतिक पार्टियां साथ नहीं देते हैं, तब तक ये जंग नहीं जीती जा सकती है. मुफ्ती ने कहा कि इसमें विदेशियों का हाथ है और दुर्भाग्य रूप से चीन टांग अड़ा रहा है.
जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री का साफ इशारा था कि चीन कश्मीर घाटी को अस्थिर करने में लगा हुआ है. मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री का सहयोग के लिए शुक्रिया अदा किया और कहा कि इस संकट के समय उनके शुक्रगुजार हैं. हम साथ मिलकर इस समस्या का समाधान करेंगे.
धारा 370 के सवाल पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह कश्मीरियों की भावना से जुड़ा मुद्दा है. अभी लॉ एंड ऑर्डर की लड़ाई लड़ रहे हैं और यह लड़ाई जीतने के बाद ही धारा 370 पर बात होगी.
महबूबा के इस बयान के बाद अब देखना ये है कि भारत और रिश्ते क्या मोड़ लेते हैं. क्योंकि दोनों देशों के बीच पहले से ही नॉर्थ-ईस्ट फ्रंट पर डोकलाम में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनातनी बनी हुई है.