क्रिकेट की दुनिया में सचिन-वीरू की सलामी जोड़ी का सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग जोड़ियों में शुमार होता है. हाल ही में जारी ‘व्हाट द डक शो-3’ में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने अपने जमाने के कई मजेदार अनुभव शेयर किए हैं.
मास्टर ब्लास्टर सचिन ने इस शो के दौरान पाकिस्तानी दिग्गज इंजमाम उल हक का भी जिक्र किया है. उन्होंने इंजमाम की तारीफ करते हुए कहा कि वह भारतीय खिलाड़ियों से काफी इज्जत और प्यार के साथ बातें करते थे.
सचिन ने इस दौरान एक दिलचस्प वाकया सुनाया. उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है जब हम पाकिस्तान के दौरे पर थे, तो लाहौर में पाकिस्तान की टीम के बाद हमारा नेट प्रैक्टिस शुरू होने वाला था. इस बीच इंजमाम मेरे पास अपने बेटे के लेकर आए. इंजमाने ने कहा कि ये लड़का भले ही मेरा हो, लेकिन क्रिकेट में यह अपका फैन है.’ सचिन ने कहा, ‘इंजमाम की बात सुनकर काफी अच्छा लगा, इसके बाद मैंने अपना थोड़ा वक्त इंजमाम के बेटे के साथ बिताया.’
शो के दौरान सहवाग-सचिन, साथ हैं- विक्रम साठये
सहवाग ने भी इंजमाम को लेकर एक वाकया शेयर किया. उस सीरीज में सहवाग ने पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया की गेंदों पर खूब रन बटोरे थे. सहवाग ने बताया कि उन्होंने इंजमाम को कहा कि मिड ऑन को अंदर बुला लो- मुझे छक्का मारना है. इंजमाम न सहवाग की बात को गंभीरता से नहीं लिया और फील्डर को अंदर बुला लिया. फिर क्या था सहवाग ने ओवर की अगली ही गेंद पर छक्का जड़ दिया. इंजमाम के इस फैसले से दानिश बेहद खफा हुए थे.
2011 विश्व कप में भारत की जीत में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का अहम रोल था. इस मैच में धोनी ने युवराज सिंह के स्थान पर खुद नंबर चार पर बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. सहवाग इस घटना के गवाह थे. सहवाग उस समय ड्रेसिंग रूम में ही मौजूद थे. सहवाग ने बताया कि यह मास्टरस्ट्रोक किसी और ने नहीं, बल्कि सचिन का था. धोनी ने इस मैच में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 91 रनों की पारी खेलकर टीम इंडिया को जीत दिलाने में अहम भूमिका दिलाई थी.
सचिन ने सहवाग को लेकर कहा कि वह हर समय ड्रेसिंग रूम में कुछ न कुछ बोलते ही रहते थे. सहवाग को चुप कराने के लिए सचिन केले लेकर आते थे. सचिन ने कहा कि वह केले देकर थोड़ी देर के लिए ही सही उनका मुंह बंद कराने में सफल होते थे.
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal