पाकिस्तान की सेना ने शनिवार को कहा कि वह युद्ध के लिए तैयार है, लेकिन अपने लोगों के हित में वह शांति की राह चुनेगी। पाकिस्तानी सेना का यह बयान भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की टिप्पणी का जवाब माना जा रहा है। भारत के सेना प्रमुख ने कहा था कि भारतीय सैनिकों की बर्बर हत्या के बदले कड़ी कार्रवाई की जरूरत है।
अपने लोगों के हित में शांति की राह चुनेगी सेना
दुन्या टीवी को दिए गए साक्षात्कार में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा कि हमारे देश का आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का लंबा इतिहास है और हम शांति के लिए कीमत जानते हैं। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान की शांति की इच्छा को कमजोरी समझने की गलती नहीं की जानी चाहिए। जब आप तैयार नहीं हों तो युद्ध थोपा जाता है। लेकिन हम परमाणु देश हैं और तैयार हैं।’
भारत के बीएसएफ जवान की हत्या के आरोप को खारिज करते हुए गफूर ने कहा, ‘पिछले दो दशकों में हमने शांति के लिए संघर्ष किया। हमने कभी किसी जवान को नुकसान पहुंचाने के लिए कुछ भी नहीं किया। पूर्व में भी उन्होंने इसी तरह एक जवान के शव को क्षतविक्षत करने का आरोप लगाया था। हम एक पेशेवर सेना है। हम कभी ऐसे कारनामों में शामिल नहीं होते हैं। हम युद्ध के लिए तैयार हैं, लेकिन पाकिस्तान की जनता और पड़ोस और क्षेत्र के लोगों के हितों में शांति की राह चुनेंगे।’
गफूर ने कहा कि अपने घरेलू मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए भारतीय सेना गैरजिम्मेदाराना बयान दे रही है। भारत सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रही है। उन्होंने बुरहान वानी पर डाक टिकट जारी करने का भी बचाव किया।
दोनों परमाणु देश, युद्ध का सवाल नहीं: मंत्री
दूसरी ओर पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान और भारत दोनों परमाणु शक्ति से लैस हैं। ऐसे में युद्ध का सवाल ही पैदा नहीं होता है। शांति प्रेमी पाकिस्तान, भारत के साथ शांति की इच्छा रखता है।