छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में दो स्थानों से छह संदिग्ध नक्सली समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है। सुरक्षा बलों ने उनके पास से पिस्तौल, जिंदा कारतूस और विस्फोटक सामग्री बरामद की। एक अधिकारी ने बताया कि शेख फरीद मस्तव वली (24), शेख मोमिन (36) और मदी सत्यनारायण रेड्डी (57) को गुरुवार को बासागुडा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। वहीं संतोष गुप्ता, प्रिंस शर्मा और विजय साहू को बुधवार रात भैरमगढ़ कस्बे से गिरफ्तार किया गया है।
बीजापुर जिले के पुलिस अधीक्षक अंजनेय वार्ष्णेय ने बताया कि शेख फरीद मस्तव वली और अन्य दो नक्सल समर्थकों ने सुरक्षा बलों को देखकर भागने की कोशिश की। लेकिन पुलिस टीम ने आरोपियों को दबोच लिया। गिरफ्तार लोगों के पास से बैग में जिलेटिन की छड़ें, डेटोनेटर, कॉर्डेक्स तार, एक सुरक्षा फ्यूज, बिजली के तार और फ्यूज तार पाए गए हैं। पूछताछ के दौरान तीनों ने खुलासा किया कि विस्फोटक सामग्री की खेप बासगुड़ा इलाके में नक्सलियों के स्थानीय संगठन दस्ते (एलओएस) के कमांडर ‘शंकर’ के लिए भेजने की कोशिश की जा रही थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि शेख फरीद और शेख मोमिन पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के निवासी हैं, जबकि रेड्डी तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले के रहने वाले हैं। एक दूसरी कार्रवाई में भैरमगढ़ से तीन अन्य को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से एक पिस्तौल बरामद की गई जिस पर ‘मेड इन यूएसए’ लिखा हुआ था। एसपी ने बताया कि वे एक नक्सली को पिस्टल मुहैया कराने जा रहे थे। वार्ष्णेय ने कहा, “एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने सबसे पहले स्थानीय निवासी गुप्ता को पकड़ा और उसके कब्जे से तीन जिंदा कारतूस बरामद किए। उसने पुलिस को शर्मा और साहू के बारे में बताया, जिसके बाद उन्हें भैरमगढ़ बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया गया।” आरोपियों से पूछ्ताछ में पता चला है कि पिस्तौल और गोला-बारूद एक नक्सली नेता हंगो मदकामी उर्फ हंगा को उपलब्ध करवाना उनका मकसद था।
पुलिस टीम गिरफ्तार नक्सल समर्थकों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों के पास से बरामद सामान की जांच की जा रही है। अन्य लोगों के नक्सलियों से कनेक्शन उजागर हो सकते हैं।