राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा खतरे में हैं। दरअसल एयरपोर्ट के आसपास अधिसंख्य मात्रा में अवैध झुग्गी झोपड़ियां हैं और यहां पर बीते कई सालों से लोग रह रहे हैं।
अब ऐसे में कोई भी अराजक तत्व इन झोपड़ियों के सहारे किसी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है! तमाम बातों को देखते हुए लखनऊ नगर निगम अलर्ट तो हुआ लेकिन समय रहते अपनी योजना को अंजाम नहीं दे पा रहा! हालाँकि नगर निगम अवैध कब्जेदारों को हटाने के लिए प्लान तैयार कर चुका है।
चौधरी चरण सिंह हवाईअड्डे पर राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री और तमाम आम और ख़ास लोगों का आना जाना बना रहता है! प्रतिवर्ष लाखों लोग घरेलू उड़नों से लेकर विदेशी उड़ान भरते हैं! इतने व्यस्ततम हवाई अड्डे होने के कारण इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सर्वोपरि है।
एयरपोर्ट के अंदर की सुरक्षा भले ही चाक चौबंद हो लेकिन बिजनौर रोड स्थित हवाई पट्टी की बाउंड्री के बाहर कई झुग्गी-झोपड़ियां हैं! यहां पर पिछले 25 साल से लोग रह रहे हैं! झोपड़ियों में लगातार बढ़ती आबादी से जहां इनकी संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है तो वहीं अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की सुरक्षा को भी खतरा बढ़ता जा रहा है.
क्योंकि कोई भी अराजक तत्व इन झोपड़ियों की आड़ से बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है! हवाई अड्डे के आसपास खाली मैदान होने के कारण अप्रिय घटनाओं को और भी आसानी से किया जा सकता है! ऐसे में समय रहते यदि झोपड़ियों को नदी हटाया गया तो कुछ भी हो सकता है। हालाँकि यहां पर कब्ज़ा जमाये लोगों का कहना है कि उन्हें हटाने का प्लान बनाया जा रहा है तो कहीं ठहरने का भी प्रबंध किया जाये।
बिजनौर रोड स्थित अवैध झुग्गी-झोपड़ियों में प्रवेश करते ही नगर निगम का बोर्ड चेतावनी देता है! जिसमें साफ़ लिखा गया है कि यह संपत्ति नगर निगम की इसपर किसी भी प्रकार का कब्जा करना और क्रय-विक्रय करना दंडनीय और अपराध है।
इसके बाद भी यहां पर झुग्गी-झोपड़ियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही चली जा रही है। ऐसे में इन झुग्गी-झोपड़ियों को आसानी से हटवाना नगर निगम के लिए आसान ना होगा! अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नगर आयुक्त किस तरह से इन्हे हटाते हैं और हवाई अड्डे की सुरक्षा को चाक-चौबंद करते हैं।