बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) की नाराजगी लगातार सामने आ रही है। लोक जनशक्ति पार्टी ने बुधवार को माना कि बिहार NDA में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा। इसका पता उस समय चला जब अपने ही दल के मुंगेर के जिलाध्यक्ष को लोजपा ने सिर्फ इसलिए हटा दिया क्योंकि उन्होंने बयान दिया था कि बिहार में NDA का गठबंधन अटूट है। एेसे में साफ दिख रहा है कि NDA में सबकुछ ठीक नहीं है।
लोजपा ने अपने मुंगेर जिले के अध्यक्ष राजेंद्र भारती को उनके पद से हटाते हुए यह आधार दिया कि उनके द्वारा मीडिया में यह बयान कि NDA गठबंधन अटूट है, पार्टी के दिशा निर्देशों के विपरीत पाया गया है। साथ ही साथ गठबंधन के विषय पर लोक जनशक्ति पार्टी ने फ़ैसला लिया था कि इस पर अंतिम मुहर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लगाएंगे, इसलिए राजेंद्र भारती ने जब उन्हें कोई बोलने की आवश्यकता नहीं थी तब यह बयान देकर अनुशासन तोड़ा है।
लोजपा जिलाध्यक्ष की छुट्टी
लोजपा ने बुधवार को अपने एक जिलाध्यक्ष को सिर्फ इस वजह से हटा दिया कि उन्होंने बिहार में राजग को अटूट बताया था। आलाकमान को यह बात नागवार गुजरी और कार्रवाई करते हुए जिलाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी गई।
लोजपा के मुंगेर जिला अध्यक्ष राघवेंद्र भारती ने मीडिया में बयान दिया था कि बिहार में राजग अटूट है। जैसे ही आलाकमान को भारती के इस बयान के बारे में जानकारी मिली, कार्रवाई हो गई। लोजपा के प्रधान महासचिव शहनवाज कैफी की ओर से पत्र जारी कर भारती को पार्टी के तमाम जिम्मेवारियों से हटा दिया गया। इतना ही नहीं, पत्र में वजह का भी उल्लेख प्रमुखता से किया गया है।
फैसले चिराग पासवान लेंगे
कैफी ने भारती की बर्खास्तगी की वजह भी बताई है। पत्र में साफ साफ कहा गया है कि जिलाध्यक्ष ने राजग को अटूट बताया है, इसलिए उन्हें हटाया जा रहा है। तर्क दिया गया कि लोजपा ने तय किया है कि बिहार में गठबंधन को लेकर कोई भी फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान करेंगे। ऐसे में किसी दूसरे नेता को गठबंधन के बारे में कुछ भी बोलना पार्टी लाइन के विपरीत है।