बुधवार को मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे थे, इस दौरान उन्होंने सरकार और गुलाम नबी आजाद के अलावा सिंधिया पर भी निशाना साधा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि, भिंड, मुरैना और श्योपुर जिलों के तमाम गांवों को बाढ़ ने नहीं बल्कि जानबूझकर चंबल में इतनी ज्यादा मात्रा में पानी छोड़ने वालों ने तबाह किया है।
उन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान से उन अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि, अभी तक शासन की तरफ से बाढ़ पीड़ितों को किसी भी तरह की मदद या मुआवजा राशि नहीं दी गई है, जिसे अतिशीघ्र दिया जाए, हमारे विधायक इसकी जानकारी हमें देंगे कि मुआवजा राशि मिली या नहीं। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। पत्रकारों द्वारा वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा कांग्रेस पार्टी छोड़े जाने के सवाल पर डॉ. सिंह ने कहा कि उन्हें राज्यसभा सदस्य बना देते तो वह नहीं जाते, उन्होंने कहा कि, राजनीति व्यवसाय नहीं है, कुछ लोग लालच के लिए राजनीति करते हैं।
उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधकर कहा कि, सिंधिया जी के साथ 35-35 विधायक भेड़-बकरियों की तरह बिक कर चले गए,ऐसे लोग राजनीति में ज्यादा समय तक नहीं चल सकते। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने बाढ़ प्रभावित सामरसा गांव का दौरा किया और बाढ़ से तबाह हुए घर-मकान व फसलों की स्थिति देखी और लोगों को आश्वासन दिलाया कि कांग्रेस हर परिस्थिति में जनता के साथ हैं, उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा भी दिलाया।