गोरखपुर: जीडीए बोर्ड की कार्यवृत्ति तैयार होते ही जारी होगा मानचित्र

जीडीए बोर्ड की 25 जुलाई को हुई बैठक में विनियमित क्षेत्र के मानचित्र स्वीकृति को मंजूरी दे दी गई है, लेकिन अभी इस क्षेत्र के लोगों को मानचित्र स्वीकृति के 10 से 15 दिन का इंतजार करना पड़ सकता है। बोर्ड बैठक की कार्यवृत्ति बनने के बाद ही मानचित्र स्वीकृति को लेकर आदेश जारी किया जा सकेगा।

जीडीए बोर्ड की 25 जुलाई को हुई बैठक में विनियमित क्षेत्र के मानचित्र स्वीकृति को मंजूरी दे दी गई है, लेकिन अभी इस क्षेत्र के लोगों को मानचित्र स्वीकृति के 10 से 15 दिन का इंतजार करना पड़ सकता है। बोर्ड बैठक की कार्यवृत्ति बनने के बाद ही मानचित्र स्वीकृति को लेकर आदेश जारी किया जा सकेगा।

उधर, बैठक में विनियमित क्षेत्र के मानचित्र स्वीकृति को मंजूरी के बाद आवेदन बढ़ गया है। दो दिन में करीब 10 आवेदन मानचित्र स्वीकृति के लिए आ चुके हैं। आवेदन करने वालों को कार्यवृ़त्ति तैयार होने के बाद ही इस क्षेत्र में निर्माण के लिए मानचित्र स्वीकृत किए जाने की जानकारी दी जा रही है।

शासन की ओर से सात मार्च 2024 को लागू की गई नई महायोजना 2031 में शहर के 2500 एकड़ क्षेत्रफल को विनियमित करने का अधिकार शासन ने जीडीए बोर्ड को दे दिया था। बोर्ड ने इसके लिए एक कमेटी गठित की थी। इस कमेटी की रिपोर्ट पर सहमति जताते हुए 25 जुलाई को हुई प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में विनियमित क्षेत्र के मानचित्र स्वीकृति को मंजूरी दे दी गई।

यही नहीं जल्द ही विनियमित क्षेत्र में जिन निर्माण को अवैध बताते हुए प्राधिकरण की ओर से ध्वस्तीकरण का आदेश हो चुका है, वह भी सुरक्षित हो जाएंगे। इन क्षेत्रों को लेकर जब भी कोई मानचित्र का आवेदन आता तो ‘विनियमितीकरण की प्रत्याशा’ में नोट लगाकर उसे वापस कर दिया जाता था।

इन क्षेत्रों में हुए निर्माण को अवैध बताते हुए जीडीए की ओर से करीब आठ हजार लोगों को नोटिस भी जारी हो चुका है। कई में ध्वस्तीकरण का आदेश भी पारित है, लेकिन अब ये कार्रवाई भी समाप्त हो जाएगी। इससे संबंधित क्षेत्र के लोगों को तो राहत मिलेगी ही प्राधिकरण के सिर से भी लंबे समय से अवैध निर्माण में शीर्ष पांच में बने रहने का दाग धुल जाएगा।

जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने बताया कि बोर्ड बैठक की कार्यवृत्ति तैयार कर लेने के बाद विनियमितिकरण क्षेत्र के मानचित्र के आवेदन भी स्वीकृत किए जा सकेंगे। 10 से 15 दिन में कार्यवृत्ति भी तैयार हो जाने की उम्मीद है। तब तक संबंधित क्षेत्र में निर्माण की तैयारी कर रहे लोग आवेदन कर सकते हैं।

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