केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को दिल्ली के एम्स अस्पातल में पहुंचे। जहां उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान घायल हुए पांच सुरक्षाकर्मियों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
शाह ने डॉक्टरों से लिया हेल्थ का फीडबैक
सुरक्षाकर्मियों ने छत्तीसगढ़ और तेलंगाना सीमा के कर्रेगुट्टा हिल्स (केजीएच) में चलाए गए 21 दिनों के नक्सल विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ में हिस्सा लिया था। मिली जानकारी के मुताबिक, शाह ने दिल्ली एम्स के ट्रॉमा सेंटर का दौरा किया। जहां घायल जवानों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों से भी फीडबैक लिया।
पांच सुरक्षाकर्मियों में सीआरपीएफ के तीन कोबरा कमांडो, एक सीआरपीएफ जवान और छत्तीसगढ़ पुलिस का एक जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) शामिल है। इनमें कोबरा की 204वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट सागर बोराडे, 203वीं कोबरा बटालियन के हेड कांस्टेबल मुनीश चंद शर्मा, 204 कोबरा के कांस्टेबल धनु राम, 196वीं सीआरपीएफ बटालियन के कांस्टेबल कृष्ण कुमार गुर्जर और डीआरजी के कांस्टेबल संतोष मुरामी शामिल हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि बीते बुधवार को सुरक्षाबलों ने कर्रेगुट्टा पहाड़ियों में 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया था। देश को नक्सल मुक्त बनाने के संकल्प में ऐतिहासिक सफलता हासिल की थी। केंद्र सरकार का लक्ष्य मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त बनाना है।
बीजापुर में सुरक्षाबलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलिरयों का गढ़ कहे जाने वाले कर्रेगुट्टा पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय बलों के संयुक्त रूप से 21 अप्रैल से 11 मई 2025 तक चलाए गए 21 दिनी नक्सल विरोधी अभियान में कुल 31 वर्दीधारी नक्सली मारे गए हैं। इनमें 16 महिलाएं शामिल हैं। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के चार तकनीकी इकाइयों को नष्ट किया है, जिनका उपयोग बीजीएल शेल, देषी हथियार, आईईडी और अन्य घातक हथियारों के निर्माण के लिए किया जा रहा था।