भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात की सभी 26 संसदीय सीट 5-5 लाख मतों के अंतर से जीतने के लिए सरपंच का चुनाव लड़ चुके नेताओं को भी अपने पाले में लाएगी। भाजपा गत चुनाव में करीब 15 हजार बूथ पर पिछड़ गई थी, इनमें बढ़त बनाने के लिए अब जोड़-तोड़ की रणनीति में जुटी है। उधर एक और विधायक ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया।
विधानसभा में 178 सदस्य बचे
वाघोडिया गुजरात से निर्दलीय विधायक धर्मेंद्र सिंह ने गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी को अपना इस्तीफा सौंप दिया। 182 सदस्यों वाली विधानसभा में अब 178 सदस्य रहे हैं। कांग्रेस के 2 विधायक वीजापुर से सी जे चावड़ा, खंभात से चिराग पटेल, आम आदमी पार्टी के विसावदर से विधायक भूपत भायाणी पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। विधानसभा में जहां भाजपा के 156 सदस्य हैं, वहीं कांग्रेस के 15 व आप के 4 रहे हैं। एक समाजवादी पार्टी व 2 निर्दलीय विधायक भी हैं।
सीट पर जीत का हैट्रिक लगाने की तैयारी
भाजपा के प्रदेश कार्यालय श्रीकमलम में चुनाव तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की मौजूदगी में हुई बैठक में अध्यक्ष सी आर पाटिल ने कहा कि इस चुनाव में सभी 26 सीटें 5–5 लाख मतों के अंतर से जीतकर गुजरात में सभी सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की भी हैट्रिक लगानी है।
पिछड़ी सीटों पर बढ़त होगी प्राथमिकता
गुजरात भाजपा प्रभारी रत्नाकर ने पार्टी के बैठक में पदाधिकारियों को सरपंच स्तर तक का चुनाव लड़ चुके नेताओं को भाजपा मे लाने की बात कही है। उनका कहना है गत चुनाव में भाजपा करीब 15 हजार बूथ पर पिछड़ गई थी, इनमें बढ़त हासिल करने के साथ सभी 26 लोकसभा सीट भाजपा पांच-पांच लाख मतों के अंतर से जीतना है। पार्टी के मीडिया प्रभारी यज्ञेश दवे बताते बताते हैं कि एक बूथ में 800 से 1200 मत होते हैं और भाजपा जिन बूथ में पिछड़ी थी, उनमें बढत लेना पहली प्राथमिकता होगी।
राजनीतिक कार्यकर्ताओं को जोड़ने की योजना
आगामी दिनों में भाजपा बड़े पैमाने पर विरोधी दलों के नेता व राजनीतिक कार्यकर्ताओं को पार्टी में लेगी, इसकी तैयारी भी पूरी रणनीति से चल रही है। भाजपा ने ऐसे नेताओं की सूची बनाकर पार्टी में उनका स्वागत करने के लिए बाकायदा 6 सदस्यों की एक समिति बनाई है। इसमें राज्य मंत्री प्रफुल्ल पानसेरिया, विधानसभा में उप सचेतक जगदीश मकवाना, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ भरत बोधरा, वडोदरा के प्रभारी राजेश पाठक, युवा मोरचा के पूर्व उपाध्यक्ष हिमांशु पटेल तथा सह प्रवक्ता जयराज सिंह को शामिल किया है।